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विदिशा जिले में सर्वाधिक गेहूं उपार्जन का रिकार्ड दर्ज

गतवर्ष की तुलना में दुगना उपार्जन हुआ


विदिशा जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के तहत् पिछले वर्षों से सर्वाधिक क्रय हुआ है। कलेक्टर डॉ. पंकज जैन ने बताया कि इस वर्ष अर्थात् 2020-21 में अब तक जिले के पंजीकृत 64162 किसानों से 6,30,978 मेट्रिक टन गेहूं का खरीदी कार्य पूर्ण हुआ है। जबकि गतवर्ष 39353 किसानों से 368384 मेट्रिक टन गेहूं की खरीदी की गई थी। ज्ञातव्य हो कि गतवर्ष की तुलना में अभी तक लगभग दुगनी मात्रा में समर्थन मूल्य पर गेहूं क्रय किया जा चुका है।
   विदिशा जिले में 199 उपार्जन केन्द्रों पर किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं क्रय करने का कार्य उपार्जन गाईड लाइन के अनुसार शुरू हुआ था जो 26 मई को सम्पन्न होगा।
   कलेक्टर डॉ. पंकज जैन के द्वारा चना, मसूर उपार्जन केन्द्रों पर चना उपज में तेवडा मिश्रित के उपार्जन के संबंध में किसान कल्याण तथा कृषि विभाग के प्रमुख सचिव से पत्राचार किया गया है। कलेक्टर डॉ. जैन ने बताया कि प्रमुख सचिव से पत्र के माध्यम से आग्रह किया गया है कि विदिशा जिले में चना एवं मसूर उपार्जन हेतु 61 केन्द्र निर्धारित किये गये हैं। इन खरीदी केन्द्रों पर किसानों द्वारा चना की उपज उपार्जन हेतु लाई जा रही है जिसमें तेवडा की उपज भी मिश्रित है। शासन की ओर से इस संबंध में कोई दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं कि चना फसल में तेवडा मिश्रण होने पर उपज खरीदी की जाये अथवा नहीं। इस कारण से उपार्जन केन्द्रों पर सर्वेयर एवं कृषकों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है।
   कलेक्टर डॉ. जैन ने किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के प्रमुख सचिव से समस्या के समाधान हेतु निदानयुक्त मार्गदर्षन जारी करने का अनुरोध किया है ताकि उपार्जन केन्द्रों पर विवाद की स्थिति उत्पन्न न हो।


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