राज्य शासन द्वारा सभी औद्योगिक इकाईयों को चालू करने के निर्देश दिए गए हैं। अत: उच्च दाब औद्योगिक उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इन उच्च दाब उपभोक्ताओं और औद्योगिक विकास केन्द्रों में ट्रिपिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री विशेष गढ़पाले ने यह निर्देश अधिकारियों को दिये।
प्रबंध संचालक श्री गढपाले ने मैदानी अधिकारियों और कंपनी के वाणिज्य विभाग के अफसरों से कहा कि ‘‘संकल्प’’ ऑनलाइन पोर्टल में लंबित उच्च दाब कनेक्शनों के आवेदनों का निराकरण जल्दी करें, जिससे कंपनी को राजस्व मिल सके। गौरतलब है कि कंपनी को कुल राजस्व का 50 प्रतिशत उच्च दाब उपभोक्ताओं से मिलता है।
प्रबंध संचालक ने मैदानी स्तर पर 33/11 उप केन्द्र, 33 के.वी. लाइनों, 11 के.वी. लाइनों, निम्न दाब लाइनों और वितरण ट्रांसफार्मरों के रखरखाव प्लान की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मेंटेनेंस के लिए इस प्रकार शटडाउन लें कि उसी अवघि में उस क्षेत्र विशेष के बिजली संबंधी निर्माण कार्य को भी पूरा करा लिया जाए। इससे बार-बार शटडाउन नहीं लेना पड़ेगा।
श्री गढ़पाले ने कहा कि यदि रख-रखाव प्रभावी होगा तो ट्रिपिंग न्यूनतम होगी। उन्होंने मैदानी स्तर पर ट्रांसफार्मर अपग्रेडेशन, उप केन्द्रों के निर्माण और इंटरकनेक्शन के कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। संविदा कार्मिकों का कॉन्ट्रेक्ट पीरियड (संविदा अनुबंध) बढ़ाने के निर्देश भी दिए।
प्रबंध संचालक ने कहा कि राजस्व संग्रह पर विशेष ध्यान दें। अस्थायी कनेक्शन तथा अस्थायी कनेक्शन को स्थायी कनेक्शन में परिवर्तित करने के लिए नियोजित ढंग से काम करें। उन्होनें कहा कि उपाय (UPAY) एप की उपयोगिता उपभोक्ताओं को बतायें।