मनरेगा के अंतर्गत 20 लाख 06 हजार मजदूरों को रोजगार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सभी जिलों के संक्रमित क्षेत्रों में विशेष सावधानी एवं सख्ती बरती जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग आपस में न मिलें, अन्यथा संक्रमण फैलने से नहीं रोका जा सकेगा। सभी कलेक्टर्स इसके लिए जनप्रतिनिधियों, धर्मगुरूओं, सामाजिक संगठनों आदि के माध्यम से लोगों को समझाईश दिलवाएं। किसी भी स्थिति में कोरोना संक्रमण नहीं फैलना चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी श्री विवेक जौहरी, एसीएस स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान आदि उपस्थित थे।
खण्डवा जिले में एक साथ 69 प्रकरण
खण्डवा जिले की समीक्षा में बताया गया कि एक संक्रमित कॉलोनी में एक ही दिन में कोरोना के 69 पॉजिटिव प्रकरण आए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसे अत्यंत गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिए कि संक्रमित क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए। कार्य में थोड़ी भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि यह देखें कि गैप कहाँ पर है जिससे उसे तुरंत दूर किया जाए। प्रभावित क्षेत्रों का शत-प्रतिशत सर्वे करवाया जाए। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि आज खण्डवा के लिए चिकित्सकों का विशेष दल रवाना किया जा रहा है।
8 जिले हुए संक्रमण मुक्त
एसीएस हैल्थ ने बताया कि प्रदेश के 8 जिलों में अब कोई एक्टिव केस नहीं है। आगर-मालवा, अलीराजपुर, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, हरदा, शहडोल, शाजापुर तथा श्योपुर जिलों में पूर्व में प्रकरण थे परंतु अब वहाँ कोई भी एक्टिव प्रकरण नहीं है। ये जिले संक्रमण मुक्त हो गए हैं।
मजदूरों के लिए 16 हजार 218 बसें लगाई गई
अपर मुख्य सचिव श्री आईसीपी केशरी ने बताया कि मजदूरों को लाने ले जाने के लिए अभी तक 16 हजार 218 बसें लगाई गई हैं, जिन पर 48 करोड़ 27 लाख रूपए का व्यय किया गया है। बाहर के मजदूरों को सीमा पर छोड़ने के लिए लगभग एक हजार बसें रोज लगाई गई हैं, जिन पर लगभग तीन करोड़ रूपए प्रतिदिन व्यय आ रहा है। मजदूरों को लेकर अभी 91 ट्रेन मध्यप्रदेश आ गई हैं, इसके लिए भारतीय रेलवे को 6 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। प्रतिदिन ट्रेनों पर लगभग 50 से 60 लाख रूपए व्यय किया जा रहा है। एक लाख 30 हजार मजदूरों को सहायता के रूप में लगभग 13 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। इसी प्रकार 8 कोरोना योद्धाओं की मृत्यु के पश्चात उनके परिवारों को 50-50 लाख रूपए के मान से 4 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है।
4 लाख 17 हजार श्रमिक प्रदेश वापस आए
बताया गया कि अभी तक कुल 4 लाख 17 हजार मजदूर प्रदेश वापस आ चुके हैं। इनमें से 03 लाख मजदूर बसों के माध्यम से तथा 1 लाख 17 हजार मजदूर ट्रेनों के माध्यम से मध्यप्रदेश वापस आए हैं। अभी तक 91 ट्रेन आ गई हैं, 07 ट्रेन कल आने वाली है तथा 25 ट्रेन और आएगी। रेलवे से इस संबंध में मांग की है।
90 लाख एम.टी. गेहूँ उपार्जित
गेहूँ उपार्जन की समीक्षा में बताया गया कि अभी तक प्रदेश में 12 लाख 85 हजार किसानों से 90 लाख मेट्रिक टन गेहूँ समर्थन मूल्य पर उपार्जित किया जा चुका है। किसानों को 10 हजार करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान किया जा चुका है। उपार्जित गेहूँ में से 87 प्रतिशत का परिवहन भी कर लिया गया है।
मनरेगा में कार्य बढ़ाने की तैयारी रखें
मनरेगा कार्यों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि केन्द्र सरकार से मनरेगा के अंतर्गत अतिरिक्त फण्ड आने वाला है तदनुसार अधिक से अधिक कार्य करवाए जाने संबंधी तैयारी रखें। अपर मुख्य सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि मध्यप्रदेश में मनरेगा के अंतर्गत 20 लाख 06 हजार 420 मजदूरों को काम दिया गया है। इस बार बारिश में भी कुछ कार्य जारी रखे जाने की योजना है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मनरेगा के किसी भी कार्य में कोई भी मशीन न लगे यह सुनिश्चित किया जाए।