अस्वस्थता के कारण अपने समूह से भटक कर रातापानी अभ्यारण्य क्षेत्र में भ्रमण कर रही सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की मादा गौर (बायसन) को कान्हा और वन विहार की संयुक्त रेस्क्यू टीम ने सकुशल वन विहार पहुँचा दिया है। वन विहार में अब गौर की संख्या तीन हो गई है। यहाँ पहले से दो नर गौर मौजूद हैं।
संचालक वन विहार राष्ट्रीय उद्यान श्रीमती कमलिका मोहंता ने बताया कि मादा गौर की उम्र लगभग 12 वर्ष और वजन 400 से 450 किलोग्राम है। रातापानी अभ्यारण्य में इसके भ्रमण से ग्रामीणों में काफी भय का वातावरण निर्मित हो रहा था। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) श्री राजेश श्रीवास्तव के निर्देश पर डॉ. अतुल गुप्ता के नेतृत्व में कान्हा से आये रेस्क्यू दल के साथ तत्काल औबेदुल्लागंज वन मंडल के बाड़ी भेजा गया। दल ने गौर को बाड़ी से लगभग 6 किलोमीटर दूर नागिन घाट पर बेहोश किया।
कान्हा के डॉ. संजीव अग्रवाल और डॉ. अतुल गुप्ता की रेस्क्यू टीमों ने बेहोश गौर को काफी मशक्कत से बोमा रेस्क्यू वाहन में चढ़ाया। बुधवार 27 मई की रात 11 बजे दल मादा गौर के साथ वन विहार पहुँच गया। मादा गौर का उपचार जारी है।