नि:शुल्क व्यवस्था पर अभी तक 54 करोड़ से अधिक खर्च
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार कोरोना संकट के कारण विभिन्न प्रदेशों में फँसे श्रमिकों को मध्यप्रदेश वापस लाने का सिलसिला लगातार जारी है। इसके साथ ही प्रदेश की सीमा पर आ रहे अन्य प्रांतों के श्रमिकों को सीमावर्ती राज्य की सीमा तक पहुँचाने का कार्य भी दिन-रात चल रहा है। इस कार्य में अभी तक लगभग 54 करोड़ रुपये से अधिक व्यय किये जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त एक लाख 30 हजार प्रवासी श्रमिकों के खाते में 13 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये जा चुके हैं। परिवहन के अतिरिक्त श्रमिकों के भोजन, पानी और ठहरने की व्यवस्था में भी अतिरिक्त व्यय किया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल-रूम श्री आई.सी.पी. केशरी ने जानकारी दी है कि श्रमिकों को लाने-ले जाने के लिये अभी तक 16 हजार 218 बसें लगायी गयी हैं। इस पर 48 करोड़ 27 लाख रुपये खर्च किये गये हैं। अन्य प्रदेशों के श्रमिकों को उत्तर प्रदेश की सीमा तक छोड़ने के लिये लगभग 1000 बसें रोज लगाई जा रही हैं। इस पर प्रतिदिन लगभग 3 करोड़ रुपये का खर्च आ रहा है।
श्रमिकों को लेकर अभी तक 91 ट्रेन मध्यप्रदेश आ चुकी हैं। इन ट्रेनों पर प्रतिदिन लगभग 50 से 60 लाख रुपये खर्च हो रहे हैं। कुल 6 करोड़ रुपये का भुगतान अभी तक रेलवे को किया जा चुका है।
गौरतलब है कि अभी तक 4 लाख 17 हजार श्रमिक विभिन्न प्रदेशों से लाये जा चुके हैं। इनमें से 3 लाख सड़क मार्ग और एक लाख 17 हजार ट्रेनों से वापस लाये गये हैं।