37 लाख 49 हजार मीट्रिक टन गेंहू का उपार्जन
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण तथा सहकारिता मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने कहा है कि राज्य शासन ने विगत 16 दिनों में ही पिछले वर्ष की तुलना में 50 प्रतिशत से अधिक गेहूँ का रिकॉर्ड तोड उपार्जन किया। थी। उन्होंने बताया कि आज दिनांक तक 37 लाख 49 हजार 130 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया जा चुका है।
मंत्री श्री राजपूत ने बताया कि 4504 खरीदी केन्द्रों में से 4470 खरीदी केन्द्रों पर प्रदेश के 7 लाख 07 हजार 485 किसानों से उनकी उपज समर्थन मूल्य पर खरीदी गई। कुल उपार्जित गेहूँ में से 31 लाख 57 हजार 901 मीट्रिक टन गेहूँ का परिवहन किया जा चुका है। किसानों से उनकी फसल 3171 करोड़ 26 लाख 22 हजार 737 रूपये की खरीदी की जा चुकी है। जिसमें से 2419 करोड़ 95 लाख 17 हजार 458 रूपये सफल भुगतान के रूप में किसानों के खातों में जमा कराये जा चुके हैं।
कोरोना में लॉक डाउन के पालन में मजदूरों की कमी एवं परिवहन की अनुलब्धता के कारण खरीदी विलंब से प्रारंभ की गई उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 25 मार्च से 25 मई तक कुल 73 लाख मीट्रिक टन खरीदी की गई थी। इस वर्ष गेंहू की खरीदी 15 अप्रैल से प्रारंभ की गई थी। यह खरीदी 31 मई तक निरंतर की जायेगी।
902 मीट्रिक टन चना,सरसों एवं मसूर का उपार्जन
मंत्री श्री राजपूत ने बताया कि प्रदेश में चना, मसूर एवं सरसों की खरीदी भी समर्थन मूल्य पर प्रारंभ हो चुकी है। अभी तक 795 किसानों से 262 केन्द्रों पर 902 मीट्रिक टन चना, सरसों एवं मसूर खरीदी गई। उन्होंने कहा कि गेहूँ की तरह ही इनकी भी बम्पर खरीदी की जायेगी। राज्य शासन कोरोना वायरस में प्रदेश की जनता को किसी भी तरह की खाद्यान्न संबंधी परेशानी नहीं आने देगा। आम जनता लॉक डाउन में घर पर ही खाद्यान्न उपलब्ध करवाया जाएगा।