तीन लाख से अधिक नि:शुल्क मास्क वितरित
कोरोना से निपटने में वन विभाग आरंभ से ही सक्रिय है। विभाग अब तक प्रदेश में लाखों नि:शुल्क मास्क, सेनिटाइजर, साबुन, बाँस-बल्ली, राशन पैकेट बाँटने के साथ हजारों जागरूकता शिविर आयोजित कर चुका है। वनकर्मी भी शासन-प्रशासन के साथ लगातार स्थिति को सम्हालने में सहयोग कर रहे हैं। प्रदेश की 171 नर्सरियों में काम करने वाले श्रमिकों को राशन के साथ मास्क, सेनिटाइजर, साबुन आदि भी बाँटा जा रहा है। कोरोना में सहयोग के साथ वन विभाग रोपणियों में 6 करोड़ पौधों के रख-रखाव और राष्ट्रीय उद्यान एवं अभयारण्यों में वन्य-प्राणियों की रक्षा के लिये भी पूरी सतर्कता के साथ कार्य कर रहा है।
मास्क
प्रदेश के 16 वनवृत्तों में वन समिति की सदस्य महिलाएँ लगातार मास्क बना रही हैं, जिन्हें नि:शुल्क वितरित किया जा रहा है। गत दिवस तक विभाग 3 लाख 10 हजार मास्क का वितरण कर चुका है। बैतूल वनवृत्त में 56 हजार, भोपाल 51 हजार 600, होशंगाबाद 45 हजार, जबलपुर 33 हजार 900, सागर 21 हजार 850, छिंदवाड़ा 5 हजार, शिवपुरी 5 हजार 850, खण्डवा 8 हजार, छतरपुर 7 हजार 500, शहडोल 12 हजार, इंदौर 4 हजार, सिवनी 22 हजार 570, बालाघाट 11 हजार 500, उज्जैन 5 हजार, रीवा 13 हजार 182 और ग्वालियर वनवृत्त में तकरीबन 8 हजार मास्क बाँटे गये हैं। इससे कोरोना संक्रमण की रोकथाम के साथ आदिवासी और वनवासी महिलाओं को आमदनी भी हो रही है।
सेनिटाइजर
वन विभाग गत दिवस तक 2 लाख 30 हजार मिली लीटर से अधिक सेनिटाइजर नि:शुल्क वितरित करा चुका है। इसमें होशंगाबाद वनवृत्त में 34 हजार 200 मि.ली., जबलपुर वनवृत्त में 21 हजार 363 मि.ली., छतरपुर 10 हजार 200 मि.ली., शहडोल 70 हजार मि.ली., इंदौर 680 मि.ली., सिवनी में 13 हजार 380 मि.ली., बालाघाट 6500 मि.ली., उज्जैन 250 मि.ली., रीवा में एक हजार मि.ली. और ग्वालियर में 9 हजार मि.ली. सेनिटाइजर वितरित किया गया है।
साबुन
सागर वनवृत्त में 150, भोपाल में 500, छिंदवाड़ा में एक हजार, बैतूल में 250, खण्डवा में 16 हजार 917, छतरपुर में 300, शहडोल में 600, इंदौर में 350, जबलपुर में 21 हजार 500, सिवनी में 5 हजार 800, बालाघाट में 6 हजार 733, उज्जैन में 3 हजार 130, होशंगाबाद में 34 हजार 200, रीवा में 5 हजार 220 और ग्वालियर वनवृत्त में एक हजार 200 साबुन का वितरण किया जा चुका है।
राशन पैकेट
लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को वन विभाग द्वारा लगभग 20 हजार राशन पैकेट वितरित किये जा चुके हैं। विगत दिवस तक सागर वनवृत्त में 450, भोपाल 970, छिंदवाड़ा 200, बैतूल 110, शिवपुरी 325, खण्डवा 8 हजार 300, छतरपुर 50, शहडोल 651, जबलपुर 1200, सिवनी 131, बालाघाट 4 हजार 450, उज्जैन 250, होशंगाबाद 142, रीवा 1162 और ग्वालियर वनवृत्त में लगभग 800 राशन के पैकेट बाँटे गये हैं।
बाँस-बल्ली
वन विभाग ने अस्थाई क्वारेंटाइन सेंटर बनाने के लिये प्रशासन को सागर वनवृत्त में लगभग 400, भोपाल 350, बैतूल 40, शिवपुरी 368, खण्डवा 600, छतरपुर और इंदौर 2450, जबलपुर 175, सिवनी 510, बालाघाट 75, उज्जैन 8400, होशंगाबाद 550 और रीवा में 426 बाँस-बल्लियाँ नि:शुल्क प्रदाय की गई हैं।
रेस्ट हाउस और वाहन
क्वारेंटाइन सेंटर बनाने के लिये भोपाल में 2, खण्डवा में 4, शहडोल में 2, इंदौर में 4, सिवनी में एक विश्राम-गृह स्थानीय प्रशासन को सौंपा गया है। इसी तरह लॉकडाउन व्यवस्था नियंत्रण के लिये सागर वनवृत्त में एक, भोपाल 9, छिंदवाड़ा 3, खण्डवा 10, जबलपुर एक, सिवनी 3, उज्जैन 7, होशंगाबाद 2 और रीवा में 4 बोलेरो जीप प्रशासन को सौंपी गई हैं।
जागरूकता शिविर
अब तक 3 हजार 540 जागरूकता शिविरों का आयोजन कर लाखों लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के बारे में जागरूक किया जा चुका है। इसमें से 235 शिविर सागर वनवृत्त में 448 भोपाल, 250 छिंदवाड़ा, 102 बैतूल, 230 शिवपुरी, 224 खण्डवा, 247 छतरपुर, 20 शहडोल, 125 इंदौर, 838 जबलपुर, 50 सिवनी, 131 बालाघाट, 125 उज्जैन, 166 होशंगाबाद, 276 रीवा और 73 ग्वालियर वनवृत्त में आयोजित किये गये हैं।
2 हजार से अधिक वनकर्मी पुलिस-प्रशासन के साथ कर रहे हैं ड्यूटी
सभी वनवृत्तों में वनकर्मी कोरोना नियंत्रण और लॉकडाउन कार्य में सहयोग कर रहे हैं। सागर वनवृत्त में 154, भोपाल 249, छिंदवाड़ा 29, बैतूल 122, शिवपुरी 161, खण्डवा 285, छतरपुर 177, शहडोल 79, इंदौर 89, जबलपुर 278, सिवनी 62, उज्जैन 132, होशंगाबाद 66, रीवा 68 और ग्वालियर वनवृत्त में 101 वनकर्मी प्रशासन के साथ कार्यरत हैं। वन अधिकारी और कर्मचारी अब तक कोरोना के लिये लगभग 57 लाख रुपये की राशि दान कर चुके हैं।