कोरोना पॉजिटिव के इलाज में आरोग्य कशायम-20 के मिल रहे हैं बेहतर परिणाम
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये आयुष विभाग विगत 3 माह से युद्ध-स्तर पर कार्य कर रहा है। मार्च, अप्रैल और मई माह में आयुष विभाग के 1847 दलों द्वारा होम्योपैथी, यूनानी एवं आयुर्वेदिक दवा तथा काढ़े का डोर-टू-डोर वितरण किया जा रहा है। इन दलों में आयुष चिकित्सक, पैरामेडिक, आयुष चिकित्सा छात्र शामिल हैं। 27 मई तक प्रदेश के कुल 1.11 करोड़ परिवारों के 2.7 करोड़ लाभार्थियों को आयुष रोग प्रतिरोधक औषधियों का वितरण किया जा चुका है। चिकित्सा पैथियों के मान से 40 लाख परिवारों को आयुर्वेदिक दवा, 67 लाख परिवारों को होम्योपैथी दवा एवं 4 लाख परिवारों को यूनानी दवा, इस प्रकार आयुर्वेदिक दवा 1.20 करोड़, होम्योपैथी दवा 1.35 करोड़ तथा यूनानी दवा 15.66 लाख नागरिकों को वितरित की जा चुकी है। आमजन को दवाई वितरण का कार्य निरंतर जारी है।
जीवन अमृत योजना
जीवन अमृत योजना के तहत एक करोड़ परिवारों को त्रिकटु काढ़ा (चूर्ण) नि:शुल्क वितरित किये जाने के लक्ष्य के तहत 27 मई तक कुल 13.97 लाख त्रिकटु चूर्ण के पैकेट का वितरण किया जा चुका है, जिनका 34.92 लाख लोगों द्वारा उपयोग किया गया है। इस योजना की मॉनीटरिंग विभाग द्वारा विकसित किये गये 'सार्थक' एप के माध्यम से की जा रही है।
आरोग्य कशायम-20 से कोरोना संक्रमितों का इलाज
आयुष विभाग द्वारा एसिम्टोमेटिक मरीजों (कोरोना पॉजिटिव ऐसे मरीज जिनमें लक्षण नहीं होते) का क्वारेंटाइन के दौरान विशेषज्ञ समिति द्वारा अनुशंसित आयुर्वेदिक औषधि 'आरोग्य कशायम-20' द्वारा इलाज किया गया, जिसके बेहतर परिणाम प्राप्त हुए। प्रदेश के कोरोना संक्रमण प्रभावित 23 जिलों (इंदौर, खरगोन, धार, बुरहानपुर, खण्डवा, उज्जैन, देवास, रतलाम, नीमच, मंदसौर, शाजापुर, भोपाल, बैतूल, विदिशा, हरदा, रायसेन, होशंगाबाद, सीहोर, ग्वालियर, जबलपुर, बालाघाट, सिवनी, रीवा) के 1262 मरीजों का इलाज आरोग्य कशायम-20 से किया जा रहा है। यह प्रक्रिया निरंतर जारी है।