प्रति हेक्टेयर 20 क्विंटल होगा चने और सरसों का उपार्जन
प्रदेश सरकार ने किसानों को लाभान्वित करने के लिये चना, मसूर एवं सरसों का उपार्जन प्रति हेक्टेयर 20 क्विंटल करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार किसानों को लाभान्वित करने के लिये उनके हित में निरंतर निर्णय कर रही है। किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा है कि इस निर्णय से किसानों को प्रति हेक्टेयर अतिरिक्त लाभ प्राप्त होगा।
कृषि मंत्री श्री पटेल ने बताया कि इस वर्ष रबी की फसलों का बम्पर उत्पादन हुआ है। प्रति हेक्टेयर उत्पादकता में वृद्धि को देखते हुए किसानों को लाभान्वित करने के लिये सरकार ने 5 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपार्जन में वृद्धि की है। इससे प्रदेश में पंजीकृत 5 लाख 30 हजार किसानों को फायदा मिलेगा। चना के विक्रय से लगभग 325 करोड़ रुपये और सरसों के विक्रय से लगभग 146 करोड़ रुपये का अतिरिक्त लाभ किसानों को होगा।
बताया गया कि गत वर्ष में चने का उपार्जन नरसिंहपुर, हरदा, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, रायसेन, विदिशा को छोड़कर शेष जिलों में 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के मान से किया गया था। इससे किसानों को 15 क्विंटल से अधिक उपज को समर्थन मूल्य से एक हजार कम रुपये में बाजार में बेचते हुए नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि किसान पुत्र और किसान हितैषी मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के हित में निर्णय लेते हुए एक ओर जहाँ चना का उपार्जन 5 क्विंटल प्रति हेक्टेयर बढ़ाया है, वहीं दूसरी ओर सरसों का उपार्जन 7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर बढ़ाने का निर्णय लिया। गत वर्ष सरसों का औसत उपार्जन पूरे प्रदेश में 13 क्विंटल प्रति हेक्टेयर था।