ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश के 6 जिलों में 16 गेहूं उपार्जन केंद्रों पर गेहूँ खरीदी का कार्य महिला स्व-सहायता समूहों को सौंपा गया है। इन महिला समूहों द्वारा 2200 किसानों से एक लाख क्विंटल से अधिक गेहूँ की खरीदी की गई है। गेहूँ उपार्जन प्रक्रिया में स्व-सहायता समूह की भागीदारी दर्ज कराने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य है।
अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं को कोरोना संक्रमण काल में रोजगार मुहैया कराने का कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के रतलाम, जबलपुर, पन्ना, विदिशा, दमोह और गुना जिले में 16 खरीदी केंद्रों पर गेहूँ उपार्जन का कार्य स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है। इसके साथ ही स्व-सहायता समूह के सदस्यों को मास्क, सैनिटाइजर, हैंड सॉप और अन्य सामग्री निर्माण गतिविधियों से जोड़कर रोजगार मुहैया कराने का कार्य निरंतर जारी है।