मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री विशेष गढ़पाले ने कहा है कि प्राकृतिक आपदा जैसे आँधी-तूफान को छोड़कर अन्य किसी परिस्थितियों में किसी भी प्रकार का विद्युत व्यवधान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आँधी-तूफान की दशा में कितनी जल्दी विद्युत आपूर्ति बहाल की जाती है, वही कंपनी के मैदानी अधिकारियों का परफॉरमेंस माना जाएगा। उन्होंने मानसून पूर्व रखरखाव का कार्य गर्मी और मानसून मौसम को देखते हुए दो शिफ्टों में सुबह एवं शाम का प्लान तैयार कर जल्दी पूरा करने के निर्देश दिए। श्री गढ़पाले शनिवार को मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के मुख्यालय में भोपाल रीजन के आठ जिलों की विद्युत आपूर्ति की समीक्षा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कर रहे थे।
प्रबंध संचालक श्री विशेष गढ़पाले ने कहा कि वन क्षेत्रों से गुजर रही 33 के.वी. लाइनों की पेट्रोलिंग करा लें ताकि बारिश में मेजर ब्रेकडाउन की समस्या से बचा जा सके। उन्होंने रखरखाव प्रभावी ढंग से करने तथा पोर्टल पर मेंटेनेंस के चित्र और कार्य का विवरण लोड करने के निर्देश दिए। प्रबंध संचालक ने कहा कि जिन फीडरों पर ट्रिपिंग ज्यादा है, इन फीडरों का निरीक्षण भौतिक रूप से उपमहाप्रबंधक एवं महाप्रबंधक करेंगे। प्रबंध संचालक श्री गढ़पाले ने कंपनी की परिसम्पत्तियों की ईआरपी में एंट्री तथा राजस्व रिकार्ड में प्रविष्टि करने के लिए 30 जून तक का समय सभी मैदानी अधिकारियों को दिया। धान की खेती के संभावित लोड तथा ग्रामीण क्षेत्र में कृषि के बढ़ते लोड की संभावना के मददेनजर सभी जरूरी निर्माण कार्य समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
प्रबंध संचालक ने समीक्षा बैठक में मानव संसाधन संबंधी मामले तथा सीएम हेल्पलाइन आदि मामलों को समय सीमा में निराकृत एवं राजस्व संग्रह पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा। साथ ही उच्च दाब कनेक्शन से लेकर निम्न दाब कनेक्शन बढ़ाने के निर्देश दिए। कृषि के लिए अस्थायी कनेक्शन तथा अस्थायी कनेक्शन को स्थायी कनेक्शन में परिवर्तित करने के लिए नियोजित ढंग से काम करने पर बल दिया। उन्होंने कहा की उपाय (UPAY) एप की उपयोगिता उपभोक्ताओं को बताने की जरूरत है क्योंकि अब परिस्थितियों के अनुसार ऑनलाइन बिल देना और जमा करने की सुविधा से कंपनी का कामकाज आसान होगा।