मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गेहूँ फसल खरीदने के लिये समर्थन मूल्य 1925 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। साथ ही पृथक से बोनस देने की सुविधा दी गई है। किसानों को अपनी गेहूँ फसल उपार्जन केन्द्रों पर बेचने में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो रही है। यह कहना है श्योपुर के आदिवासी विकासखण्ड कराहल के ग्राम भूरवाड़ा के किसान विनोद जाट का।
श्री जाट का कहना है कि वे उपार्जन केन्द्र पहेला पर समर्थन मूल्य पर अपना 72 क्विंटल गेहूँ बेचने की सुविधा का लाभ उठा चुके हैं। उनके साथ अन्य किसानों ने भी अपनी गेहूँ फसल समर्थन मूल्य पर बेचकर खुशी महसूस की है। जिला प्रशासन द्वारा उपार्जन केन्द्र पर किये गये बेहतर प्रबंधन से किसानों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा।
जिला प्रशासन श्योपुर द्वारा किसानों के गेहूँ फसल समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिये 79 उपार्जन केन्द्र स्थापित किये हैं। विगत 15 अप्रैल से किसानों से फसल खरीदने की सुविधा 30 मई तक उपलब्ध रहेगी। उपार्जन केन्द्रों पर किसानों के लिये सभी प्रकार की व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की गई हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान फिजिकल डिस्टेंस बनाकर ही गेहूँ की तौल निरंतर की जा रही है। जिले के उपार्जन केन्द्रों पर 11 हजार 500 किसानों से 86 हजार मीट्रिक टन गेहूँ की खरीदी की जा चुकी है। किसानों द्वारा बेचे गये गेहूँ का भुगतान 7 दिन में किया जा रहा है।