अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल-रूम श्री आई.सी.पी. केशरी ने जानकारी दी है कि अब तक विभिन्न प्रदेशों में फँसे करीब 2 लाख 34 हजार श्रमिक प्रदेश में वापस आ चुके हैं। इसमें से ट्रेन से करीब 60 हजार और सड़क मार्ग से लगभग एक लाख 74 हजार श्रमिक वापस आये हैं। गुजरात से 12 मई को करीब 7 हजार लोग मध्यप्रदेश आये हैं। विभिन्न प्रदेशों से प्रतिदिन लगभग 4 से 5 हजार लोग पैदल आ रहे हैं। इनमें सर्वाधिक उत्तर प्रदेश के लोग हैं।
श्री केशरी ने बताया है कि आज तक गुजरात से एक लाख 18 हजार, राजस्थान से 45 हजार और महाराष्ट्र से 47 हजार श्रमिक वापस लाये जा चुके हैं। इसके अलावा गोवा, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, केरल, आंध्रप्रदेश एवं तेलंगाना से भी श्रमिक आये हैं। प्रदेश के विभिन्न जिलों में फँसे मध्यप्रदेश के करीब 60 हजार श्रमिकों को अभी तक उनके गृह स्थान पहुँचाया गया है।
श्री केशरी ने बताया कि 11 मई को 10 ट्रेन विभिन्न प्रदेशों से आयी हैं। दिनांक 12 मई को भी 10 ट्रेन आयी हैं। इस प्रकार आज तक 50 ट्रेन आ चुकी हैं। अब तक 71 ट्रेनों का रिक्यूजिशन भेजा गया है। आज से प्रदेश के सीमा पर आ रहे अन्य प्रदेश के श्रमिकों को बस से उत्तर प्रदेश की सीमा तक पहुँचाने के लिये 350 बसें और लगा दी गई हैं।
13 मई को 7 ट्रेन आयेंगी
श्री केशरी ने बताया है कि 13 मई को 7 ट्रेन आयेंगी। इनमें से 2 ट्रेन महाराष्ट्र, 3 ट्रेन गुजरात और 2 ट्रेन हरियाणा से आयेंगी। महाराष्ट्र के पनवेल से 1600 श्रमिकों को लेकर इटारसी होते हुए रीवा और सतारा से 1440 श्रमिकों को लेकर खण्डवा होते हुए रीवा आयेंगी। गुजरात के भुज-कच्छ से 1233 श्रमिकों को लेकर रतलाम और राजकोट से 1200 यात्रियों को लेकर मेघनगर और भड़ूच से भोपाल और कटनी होते हुए रीवा ट्रेन आयेगी। हरियाणा के रिवाड़ी से सागर और नारनौल से छतरपुर श्रमिकों को लेकर ट्रेन आयेगी।