डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ से दुर्व्यवहार करने वालों की होगी गिरफ्तारी -इंदौर कलेक्टर श्री मनीष सिंह, शहर में तैनात होगी विशेष सुरक्षा एजेंसी
गत दिवस टाटपट्टी बाखल में हुई घटना की कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, आशा कार्यकर्ता के साथ की गई बदतमीजी एवं दुर्व्यवहार को बहुत ही आपत्तिजनक बताया। उन्होंने कहा कि पूरा मेडिकल स्टाफ रात-दिन एक करके शहर की सुरक्षा के लिए कार्य कर रहा है। ऐसे में लोगों का दुर्व्यवहार क्षमनीय नहीं है। उन सभी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करना सुनिश्चित कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि, लोगों की स्क्रीनिंग के लिए गए डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ के साथ टाटपट्टी बाखल क्षेत्र में बदतमीजी की गई, उन पर पथराव भी किया गया।
कलेक्टर श्री सिंह ने लोगों से अपील की है कि, कोरोना से संबंधित लक्षण महसूस होने पर आवश्यक रूप से डॉक्टर से स्क्रीनिंग कराएं। उन्होंने कहा कि पूरे जीवन को बचाने के लिए 14 दिन अस्पताल में व्यतीत करना भी पड़ें तो यह बड़ी बात नहीं। अपने परिवार, समाज, देश को बचाने के लिए यह अति आवश्यक है कि सभी लोग सावधानी एवं संयम बरतें। उन्होंने बताया कि, इंदौर में लगभग 20 लोग करोना से ठीक हो चुके हैं। लेकिन मेडिकल प्रोटोकॉल के तहत 2 नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें डिस्चार्ज किया जा सकता है।
भोजन, राशन से संबंधित बिंदुओं पर उन्होंने बताया की नगर निगम के अतिरिक्त चुनिंदा सामाजिक संस्थाओं एवं जनप्रतिनिधियों की मदद ली जा रही है। रोजाना लगभग 50 हजार भोजन पैकेट वितरित किए जा रहे हैं। उन्होंने जानकारी दी कि संस्थाएं जो इस कार्य में सहयोग करना चाहती है नगर निगम की गाड़ी के द्वारा वितरण का कार्य करा रही हैं। इसके अतिरिक्त जनप्रतिनिधियों के माध्यम से भी आवश्यक सामग्री मुख्यतः भोजन पैकेट के वितरण का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस संपूर्ण कार्यवाही का उद्देश्य कम से कम मूवमेंट होना सुनिश्चित करना है, इसलिए बहुत ही डिसेंट्रलाइज तरीके से आवश्यक सामग्री का वितरण किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री मनीष ने बताया कि शहर की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के उद्देश्य से पांच कंपनी फोर्स भी आ रही हैं। इससे लॉक डाउन में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकेगी।