सम्पूर्ण देश में नोवेल कोरोना की महामारी में समाज के सभी वर्गों ने अपना भरपूर सहयोग शासन और प्रशासन को दिया है। भारत वर्ष में अनेकों समाजसेवी संगठन एकजुट होकर सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे हैं। ऐसे में ग्वालियर की 9 वर्षीय कु. अन्वी दुबे ने पाई-पाई कर गुल्लक में एकत्र की 11 हजार रूपए की राशि और सेवानिवृत्त एसडीओपी श्री के डी सोनकिया ने अपनी एक माह की पेंशन राशि भेंट की है।
नोवेल कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिये सरकार और प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों में सम्पूर्ण प्रदेश में अनेक लोगों ने अपना सहयोग प्रदान कर सरकार के कार्यों में अपनी सहभागिता दिखाई है। ग्वालियर की कु. अन्वी दुबे ने अपने जन्मदिन पर गुल्लक में एकत्र की गई 11 हजार रूपए की राशि कंट्रोल कमाण्ड सेंटर में आकर संभागीय आयुक्त श्री एम बी ओझा एवं एडीजी श्री राजाबाबू सिंह को भेंट की। इस मौके पर सेवानिवृत्त एसडीओपी पुलिस श्री के डी सोनकिया ने भी अपनी एक माह की पेंशन की राशि का चैक 51 हजार रूपए का मुख्यमंत्री सहायाता कोष मे भेंट किया।
कु. अन्वी दुबे ने इस मौके पर कहा कि मैंने एक-एक रूपए जोड़कर 11 हजार रूपए एकत्र किए थे, लेकिन आज मुझे जन्मदिन पर तोहफा नहीं चाहिए बल्कि मैं अपनी जमा की गई राशि नोवेल कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिये किए जा रहे प्रयासों में समर्पित करना चाहती हूँ। उसकी इस भावना को सुनकर संभाग आयुक्त एवं एडीजी ने उसे आशीर्वाद दिया और उसके द्वारा की गई पहल की सराहना की।
पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त एसडीओपी श्री के डी सोनकिया ने भी अपनी एक माह की पेंशन जो 51 हजार रूपए है, उसका चैक मुख्यमंत्री सहायता कोष में प्रदान किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार में विभिन्न पदों पर रहकर मैंने अपने दायित्वों का निर्वहन किया है। सेवानिवृत्त होने के पश्चात भी मेरा यह दायित्व है कि मैं इस संकट की घड़ी में अपना योगदान दे सकूँ। इसलिये मैं अपनी पेंशन की एक माह की राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में प्रदान कर रहा हूँ।
नोवेल कोरोना के संक्रमण की रोकथाम हेतु कु. अन्वी ने गुल्लक और श्री सोनकिया ने दी एक माह की पेंशन (नोवेल कोरोना वायरस) सफलता की कहानी
Thursday, April 16, 2020
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