लखनऊ प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर अफवाह फैला रहे हैं कि बिजली बंद होने से ग्रिड फेल हो जाएगी. श्रीकांत शर्मा ने कहा कि केंद्रीय स्तर पर ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी राज्य की ग्रिड पर कोई संकट न आए. वहीं यूपी में हमारे इंजीनियर ये सुनिश्चित कर रहे हैं कोई कमी न आए और इसके लिए एक विशेष रोडमैप भी तैयार किया गया है.
लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के खिलाफ छिड़ी जंग में 5 अप्रैल को रात 9 बजे 9 मिनट के लिए बिजली बंद करने की अपील की है. पीएम के इस आह्वान का बिजली विभाग ने स्वागत किया है. इंजीनियरों का अनुमान है कि सिर्फ 9 मिनट के लिए बिजली बंद करने से पश्चिमांचल में 500 मेगावाट से ज्यादा बिजली की बचल होगी. बता दें पश्चिम उत्तर प्रदेश के 14 जिलों में 50 लाख से ज्यादा बिजली उपभोक्ता हैं.
मेरठ शहर की बात करें तो यहां करीब 3 लाख शहरी उपभोक्ता हैं. इनमें से हर उपभोक्ता औसतन 300 से 400 वाट की खपत करता है. 9 बिजली बंद करने से मोट तौर पर 60 मेगावाट से अधिक बिजली की बचत होने की उम्मीद है.
लॉकडाउन में घटी बिजली की मांग
मेरठ जिले में लॉकडाउन वे पहले पीक आवर्स में 571 मेगावाट बिजली की मांग थी, वहीं अब लॉकडाउन के बाद पीक आवर्स में डिमांड करीब 340 मेगावाट ही पहुंच रही है. इसका मुख्य कारण इंजीनयर व्यापारिक संस्थान, फैक्ट्री आदि का बंद होना मान रहे हैं. माना जा रहा है कि फैक्ट्री, शोरूम, बाजार और धार्मिक स्थलों में बंदी है. ये वो क्षेत्र हैं, जहां सबसे ज्यादा बिजली की खपत है. मेरठ जिले में ही काफी मांग घटी है. यही हाल पश्चिम उत्तर प्रदेश के जिलों का भी है.
ग्रिड फेल की बात अफवाह, हमारी तैयारी पूरी
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर अफवाह फैला रहे हैं कि बिजली बंद होने से ग्रिड फेल हो जाएगी. श्रीकांत शर्मा ने कहा कि केंद्रीय स्तर पर ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी राज्य की ग्रिड पर कोई संकट न आए. वहीं यूपी में हमारे इंजीनियर ये सुनिश्चित कर रहे हैं कोई कमी न आए और इसके लिए एक विशेष रोडमैप भी तैयार किया गया है.