स्वास्थ्य आयुक्त श्री फैज अहमद किदवई ने निजी चिकित्सा सुविधा प्रदाताओं से कोविड-19 की चुनौती का सामना करने में सक्रीय सहभागिता और चिकित्सकीय विशेषज्ञता उपलब्ध कराने की अपील की है। निजी चिकित्सकों, नर्सों, अन्य मेडीकल एवं पैरामेडीकल स्टाफ को संबोधित पत्र में किदवई ने कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने, लोगों का बहुमूल्य जीवन बचाने और इस महामारी को रोकने के लिए संयुक्त रुप से हरसंभव प्रयास करने का अनुरोध किया है।
स्वास्थ आयुक्त ने कहा है कि समाज की स्वास्थ्य आवश्यकताओं की पूर्ति में निजी चिकित्सा प्रदाता महत्वपूर्ण सहयोगी हैं। कोविड-19 के प्रकरणों की देखरेख के दौरान प्रथम पंक्ति के उन रक्षकों की सुरक्षा राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अत: राज्य शासन के मुख्य सहयोगी के रुप में निजी चिकित्सा सुविधा प्रदाताओं से अपेक्षा है कि वे कोविड-19 के मरीजों और संक्रमण संभावित व्यक्तियों की देखरेख के दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार के मानक दिशा-निर्देशों का अनुसरण करें। कोविड-19 के संदेहास्पद प्रकरणों की पहचान जल्द से जल्द की जाए और उन्हें उचित प्रबंधन के लिए सही समय पर, चिन्हित केन्द्रों में रेफर किया जाए।
कोविड-19 के प्रकरणों की तीन श्रेणियों, उनके लक्षण और अपनाए जाने वाले सुझावात्मक प्रोटोकाल का उल्लेख करते हुए प्रदाताओं से कहा गया है कि राज्य शासन बचाव और कोविड-19 के प्रकरणों की देखरेख की हरसंभव कोशिश कर रहा है। इस दिशा में संयुक्त रुप से आगे बढ़ते हुए हरसंभव प्रयास करना हमारा मिशन है।