कोविड-19 की टेस्टिंग अब निजी क्षेत्र की लैब में भी कराई जा सकेगी। राज्य शासन ने आई.सी.एम.आर. द्वारा अनुमोदित निजी क्षेत्र की लैब में टेस्टिंग को अनुमति प्रदान की है। संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएँ द्वारा प्रदेश में कोविड-19 की टेस्टिंग बढ़ाने तथा उसे गति देने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है।
इण्डियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) द्वारा अधिकृत लैब से ही टेस्टिंग कराई जायेगी। प्रत्येक टेस्ट के लिये अधिकतम रुपये 2500/- का भुगतान किया जायेगा। राज्य में अधिकृत दो निजी मेडिकल कॉलेज क्रमश: चिरायु मेडिकल कॉलेज भोपाल और आर.एम. मेडिकल कॉलेज उज्जैन को कोविड-19 अस्पताल घोषित किया गया है। इनमें भी निर्धारित राशि में टेस्ट कराया जा सकेगा। टेस्ट के लिये प्राथमिकता शासकीय संस्थाओं की लैब को दी जायेगी। इन लैबों में टेस्टिंग लंबित होने या रिपोर्टिंग में विलंब की स्थिति में ही निजी लैब को टेस्ट दिये जायेंगे।
इसके अतिरिक्त, कोई भी निजी व्यक्ति आई.सी.एम.आर. द्वारा अधिकृत लैब पर कोविड-19 की टेस्टिंग, लैब द्वारा निर्धारित दर पर करा सकता है। टेस्ट पॉजिटिव आने पर संबंधित लैब के लिये आई.सी.एम.आर. द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्वास्थ्य अधिकारी को अवगत कराना अनिवार्य होगा। आई.सी.एम.आर. द्वारा 23 अप्रैल को अधिकृत निजी 87 लैब की सूची जारी की गई है। जिन अधिकृत लैब के संग्रहण केन्द्र प्रदेश में हैं, वे भी यह टेस्ट कर सकेंगी।