मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार आयुष विभाग कोरोना संक्रमण से आमजन को बचाने के लिये भारतीय चिकित्सा प्रणाली में संभावित इलाज की जानकारी से अवगत करा रहा है। साथ ही, घर-घर जाकर लोगों को आयुर्वेदिक औषधियों का वितरण भी किया जा रहा है।
मीडिया के माध्यम से जन-जागररुकता
आमजन को कोरोना संक्रमण में जागरूक करने के लिये प्रिंट, सोशल एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से जानकारी दी जा रही है। प्रदेश में 2 लाख पोस्टर्स लगाए गये हैं। साथ ही, 7 लाख पेम्पलेट्स भी वितरित कराये गये हैं, तीन हजार फ्लेक्स लगवाये गये हैं। आकाशवाणी, विविध भारती, एफ.एम. रेडियो पर जिंगल्स एवं संदेश प्रसारित किये जा रहे हैं। समाचार-पत्रों में भी आयुष पद्धति से कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय बताये जा रहे हैं। दूरदर्शन एवं क्षेत्रीय चैनल्स के माध्यम से कोरोना संक्रमण से बचाव संबंधी फिल्मों का प्रसारण करवाया जा रहा है।
आयुष प्रैक्टिसनर्स एवं छात्रों को ऑनलाइन प्रशिक्षण
आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आयुष विभाग द्वारा 5 हजार 515 शासकीय आयुष चिकित्सक, पैरामेडिक्स और आयुष चिकित्सा छात्रों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रायवेट आयुष प्रेक्टिसनर्स को भी ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
1964 दलों द्वारा घर-घर दवाई वितरण
कोरोना संक्रमण में लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी पावर) बढ़ाने के लिये होम्योपैथी, यूनानी, आयुर्वेदिक दवा एवं काढ़ा (रोग प्रतिरोधक दवाओं) का 1964 दलों द्वारा डोर-टू-डोर वितरण किया जा रहा है। इन दलों में आयुष चिकित्सक, पैरामेडिक्स, आयुष चिकित्सा छात्र शामिल हैं। गत 16 अप्रैल से अब तक प्रदेश के कुल 39.57 लाख परिवारों के 96.95 लाख लोगों को रोग प्रतिरोधक औषधियों का वितरण किया जा चुका है। इससे 34.68 लाख शहरी क्षेत्र में एवं 62.27 लाख ग्रामीण क्षेत्र के लोग लाभान्वित हुए हैं। प्रदेश में 48.63 लाख नागरिकों को आयुर्वेदिक दवा, 45.11 लाख को होम्योपेथिक और 3.21 लाख नागरिकों को यूनानी दवाएँ वितरित की जा चुकी है। यह कार्य निरंतर जारी है।