धर्मगुरुओं और समाज के प्रमुख लोगों की बैठक में कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने की अपील
गुरुवार रात को पुलिस कंट्रोल रूम में धर्मगुरुओं की बैठक लेकर उन्हें समझाइश दी गयी कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में जिला प्रशासन के प्रयासों में सभी हरसम्भव सहयोग करें। बैठक में कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने कहा कि आगामी दिनों में महावीर जयंती, हनुमान जयंती, शब ए बारात, वैशाखी, अम्बेडकर जयंती, गुड फ्रायडे जैसे सभी धर्मो के प्रमुख त्यौहार मनाए जाने वाले है। सभी धर्मो के प्रतिनिधियों से उन्होंने अपील की कि वे सभी धार्मिक त्यौहार अपने घरों पर ही मनायें तथा कोई भी सामूहिक आयोजन न करें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग अत्यंत जरूरी है। त्यौहारों पर सामूहिक आयोजन से सोशल डिस्टेंसिंग के प्रावधानों का उल्लंघन होता है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे अपने परिवार के साथ घरों पर ही त्यौहार मनायें। बैठक में विधायक श्री देवेंद्र वर्मा, पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह सहित सभी प्रमुख अधिकारी व धर्मो के प्रतिनिधि मौजूद थे।
कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने बैठक में सभी धर्मो के उपस्थित धर्मगुरूओं व प्रतिनिधियों से कहा कि वे नागरिकों से सोशल डिस्टेंसिंग की अपनी अपील के वीडियो बनाकर वाट्सअप पर पोस्ट करें और लोगों को बताएं कि कोरोना वायरस से निपटने में सोशल डिस्टेंसिंग ही महत्वपूर्ण साधन है। विधायक श्री देवेंद्र वर्मा ने इस अवसर पर कहा कि सभी लोग अपने घरों में परिवार के साथ ही रहें। बाहर न निकलें अन्यथा कोविड 19 वायरस के संक्रमण का खतरा है। उन्होंने कहा कि नागरिकों के हित में ही लॉकडाउन के प्रावधानों का पालन कराया जा रहा है। अतः सभी लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग व्यवस्था का पालन करें।
पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह ने बैठक में कहा कि कोरोना वायरस के इस राष्ट्रव्यापी संकट से निपटने के लिए सभी धर्मगुरू व धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि अपने अपने स्तर से जो भी कर सकते है, करें। उन्होंने कहा कि वे अपने समाज के लोगों से अपील करे कि सभी घरों में ही रहे और स्वच्छता का पूरा ध्यान रखें। पुलिस अधीक्षक डॉ. सिंह ने बैठक में कहा कि आवश्यकता अनुसार कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए और सख्ती भी की जा सकती है। बैठक में सभी धर्मो के प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को आश्वस्त किया कि पर्वो के अवसर पर कोई भी सामूहिक धार्मिक आयोजन नही किया जायेगा।