प्रदेश के 48 जिलों में समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी का कार्य आज से एक साथ प्रारंभ हो गया है। खरीदी केन्द्रों पर किसानों और वहाँ कार्यरत कर्मचारियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिये स्वास्थ्य परीक्षण की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
प्रमुख सचिव खाद्य-नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि सभी जिलों को कोविड-19 के वायरस से बचाव के लिए गाइड-लाइन जारी की गई है। खरीदी केन्द्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के उद्देश्य से एक दिन में मात्र 6 किसानों को ही एस.एम.एस. भेजकर बुलाया जा रहा है। किसान 2 पाली में 3-3 की संख्या में खरीदी केन्द्रों पर पहुँचेंगे। खरीदी केन्द्रों पर आए किसानों के लिये हैंडवाश और सेनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई है। खरीदी कार्य करने में लगे गुणवत्ता परीक्षक, नोडल अधिकारी, उपार्जन प्रभारी, ऑपरेटर एवं हम्मालों को अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करने के निर्देश दिए गये हैं। मास्क की आपूर्ति जिले के स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से कराई गई है।
प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने बताया कि खरीदी केन्द्रों की व्यवस्थाओं पर सतत निगरानी के लिए प्रत्येक 10 से 15 केन्द्रों पर एक जिलाधिकारी को सेक्टर अधिकारी बनाया गया है। इस अधिकारी के साथ भी स्वास्थ्य विभाग की टीम नियुक्त की गई है, जो आवश्यकतानुसार किसानों का स्वास्थ्य परीक्षण करेगी।
सागर जिले की गौरझामर तहसील में प्राथमिक कृषि साख सरकारी समिति चरगुवां के गेहूँ खरीदी केन्द्र पर आज से किसानों और कर्मचारियों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद खरीदी प्रारंभ की गई। सागर जिले में 156 खरीदी केन्द्र बनाए गये हैं। इनमें 89 हजार 203 किसानों ने पंजीयन कराया है।
होशंगाबाद जिले के शिव शक्ति वेयर हाउस पांजरा कला खरीदी केन्द्र पर गेहूँ की खरीदी का काम किसानों और कर्मचारियों के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ प्रारंभ हुआ है। होशंगाबाद जिले में 290 खरीदी केन्द्र बनाए गये हैं। इन केन्द्रों में 76 हजार किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूँ विक्रय के लिए पंजीयन कराये हैं।