दिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद कांधलवी समेत सात लोगों को नोटिस जारी किया और उनके खिलाफ लॉकडाउन के आदेशों का कथित तौर पर उल्लंघन कर धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है.
नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद कांधलवी समेत सात लोगों को नोटिस जारी किया और उनके खिलाफ लॉकडाउन के आदेशों का कथित तौर पर उल्लंघन कर धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है. यह जानकारी दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने दी.
नोटिस में 26 सवाल पूछे गए हैं, जिसमें नाम, पता, संगठन का पंजीकरण विवरण, उसके पदाधिकारियों का विवरण, पिछले तीन वर्षों में मरकज द्वारा भरे गए आयकर रिटर्न का विवरण, पैन नंबर, बैंक खाता संख्या और पिछले एक वर्ष के बैंक स्टेटमेंट उपलब्ध कराना शामिल हैं.
धारा 91 के तहत पुलिस ने मांगा था ब्यौरा
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने बुधवार को साद और अन्य आरोपियों को पत्र लिखा और दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 91 के तहत विवरण मांगा था.
पुलिस से मांगी गई अनुमति की कॉपी भी मांगी
अधिकारियों ने संगठन को परिसर में एक धार्मिक सभा आयोजित करने के लिए पुलिस या किसी अन्य अधिकारियों से मांगी गई अनुमति की एक प्रति पेश करने के लिए भी कहा है.
लगातार क्वारेंटाइन किए जा रहे लोग
क्राइम ब्रांच और दिल्ली सरकार ने एक जॉइंट ऑपरेशन चला कर 275 तबलीगी जमात के विदेशी लोगों की पहचान की गई थी और सभी को ढूंढ कर क्वारेंटाइन किया गया था. ये लोग 172 इंडोनेशियाई, 36 किर्गिस्तान और 21 बांग्लादेश के नागरिक हैं.गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार को स्पेशल सेल ने 200 विदेशियों के संबंध में दिल्ली सरकार को रिपोर्ट भी दी थी, वे सभी मरकज में शामिल हुए थे. अब क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 275 लोगों की पहचान कर उन्हें आइसोलेट किया है.
'2361 लोगों को मरकज़ से निकाला गया'
राजधानी के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बुधवार को निजामुद्दीन मामले में बताया था कि पुलिस ने एक अभियान चलाकर मरकज में शामिल हुए 2361 लोगों निकाला है. साथा ही उन्होंने बताया था कि इस दौरान 617 लोगों में कोरोना (Corona) के लक्षण पाए गए जिन्हें अस्पताल भेजा गया है. वहीं अन्य लोगों को क्वारेंटाइन में रखा गया है. इस दौरान सिसोदिया ने उन सभी लोगों का आभार जताया जो इस ऑपरेशन का हिस्सा बने. उन्होंने कहा कि 36 घंटे चले इस ऑपरेशन में जिन्होंने भी सहयोग दिया और अपनी जान जोखिम में डाली मैं उनका आभारी हूं.