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छिंदवाड़ा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के संबंध में सभी धर्मो के गुरूओं की समीक्षा बैठक संपन्न



     कलेक्टर डॉ. श्रीनिवास शर्मा की अध्यक्षता में आज कलेक्टर  कार्यालय के मिनी संवाद कक्ष में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के संबंध में सभी धर्मो के गुरूओं की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री विवेक अग्रवाल, मुख्य कार्यपासलन अधिकारी जिला पंचायत श्री गजेन्द्र सिंह नागेश, अतिरिक्त कलेक्टर श्री राजेश बाथम, नगरनिगम आयुक्त श्री राजेश शाही, एसडीएम श्री अतुल सिंह, अन्य अधिकारी और सभी धर्म के गुरू उपस्थित थे।

        बैठक में कलेक्टर डॉ. शर्मा ने बताया कि दो अप्रैल को छिंदवाड़ा नगर के गुलाबरा क्षेत्र के एक व्यक्ति की कोरोना वायरस की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। यह व्यक्ति गुलाबरा के साथ ही माल्हनवाड़ा केवलारी और इमलीखेड़ा गया एवं 31 लोगों के संपर्क में आया है। उन्होंने कहा कि लोगों से दूरी बनाये रखे। मंदिर, मजिस्द, चर्च, गुरूद्वार आदि धार्मिक स्थलों पर भीड़-भाड एवं जमावाडा नहीं होने दे।यदि कोई घटना होती है तो तत्काल सूचना दे। उन्होंने कहा कि सभी लोग इस चीज को भलीभांति समझे और यह देखे कि कोई कही स्टे तो नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि पूजा, इबादत आदि बाद में भी की जा सकती है, किन्तु सर्वप्रथम कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव अत्यन्त आवश्यक है। इसके लिये 14 दिन के लॉक डाउन को जितने अच्छे तरीके से पालन करेगे, उतनी ही स्थिति ठीक रहेगी। कोरोना वायरस से संक्रमण पर 12 से 14 दिन में उसके लक्षण दिखायी देते है और जितना जल्दी स्वास्थ्य परीक्षण होगा उतनी ही अच्छी सुधार की स्थिति होगी। उन्होने कहा कि बाहर से आये हुये व्यक्ति को तत्काल आईसोलेट करे। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति की कोई गलती नहीं है, किन्तु  व्यक्ति उपचार के बाद स्वस्थ भी हो रहे है। यदि कोई व्यक्ति अस्वस्थ है तो वह अपना इलाज कराये और अपने स्वास्थ्य संबंधी हिस्ट्री भी बताये जिससे शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिल सके। बचाव का सबसे अच्छा तरीका है कि व्यक्ति घर पर ही रहे।

      पुलिस अधीक्षक श्री अग्रवाल ने बैठक में कहा कि लॉक डाउन का पालन करना अत्यन्त आवश्यक है, क्योंकि आज तक कोरोना वायरस की कोई दवाई नहीं बनी है। व्यक्ति की जिन्दगी पहले है  और रोटी, कपड़ा, मकान आदि बाद में है। केवल मेडिकल इमरजेंसी के अलावा व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकले। उन्होने कहा कि जिन धर्म स्थलों पर ध्वनि विस्तारक यंत्र लगे है, उनसे व्यक्तियों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह प्रसारित करे। बैठक में बताया गया कि बाहर के राज्यों से कुछ व्यक्ति जिले में आये है, जिन्हें विभिन्न छात्रावासों में रखा गया है। इन छात्रावासों में उनके आवास, भोजन और अन्य वस्तुओं की व्यवस्था की गई है। बैठक में बताया गया कि अब सिर्फ दीनदयाल रसोई के माध्यम से ही जरूरतमंदों के भोजन की व्यवस्था की जायेगी।
 



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