कोरोना वायरस संक्रमण में चल रहे लॉकडाउन में छतरपुर जिले के युवाओं ने नागरिकों को घर बैठे खाने-पीने का आवश्यक घरेलू सामान उपलब्ध कराने के लिये 'रसोई घर' मोबाइल एप बनाया है। इस एप के माध्यम से आम नागरिक बड़ी संख्या में अपने आस-पास की किराना दुकान से राशन सामग्री की होम डिलीवरी सुविधा प्राप्त कर रहे हैं।
एप 'रसोई घर'' तैयार करने वाले जयपुर से इंजीनियरिंग कर रहे आयुष बताते हैं कि यह एप लोगों को अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बचाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने में सहायक सिद्ध हुआ है। इस एप से कोई भी किराना दुकान व्यापारी अपनी सामग्री का वितरण करवा सकता है। एप पर खरीदे गये राशन का विभिन्न तरीकों से पेमेंट किये जाने की भी सुविधा है। लोगों को जागरूक करने और सुरक्षित रखने के लिये हर आर्डर पर मास्क भी उपलब्ध कराये जा रहे हैं। आर्डर डिलेवरी के दौरान सेनिटाइजेशन का भी पूरी तरह से ध्यान रखा जा रहा है।
समाज-सेवी संस्था की मदद से मिल रहा भोजन
छतरपुर में लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद और गरीब व्यक्तियों को निरंतर भोजन उपलब्ध कराने स्वयंसेवी संस्थाएँ स्व-प्रेरणा से आगे बढ़कर मदद कर रही हैं।
ग्रामीण यांत्रिकी विभाग में स्टेनो के पद पर पदस्थ अब्दुल हमीद लॉकडाउन की शुरूआत से ही अपने वेतन से छतरपुर शहर के जरूरतमंद व्यक्तियों को प्रतिदिन 100 पैकेट वितरित कर रहे हैं। अब्दुल हमीद बताते हैं कि वे अपने घर पर ही परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर भोजन तैयार करते हैं।