ऐसी मान्यता है कि जिस दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था वह चैत्र पूर्णिमा का ही दिन था इसलिए इस दिन को हनुमान जयंती के रुप में मनाया जाता है------
इस दिन भगवान विष्णु के उपासक भी भगवान सत्यनारायण की पूजा कर उनकी कृपा पाने के लिये भी पूर्णिमा का उपवास रखते हैं. इस वर्ष 2020 में चैत्र पूर्णिमा का उपवास दिन बुधवार को है. इस दिन को हिंदू धर्म के लोग पूण्य कमाने का सबसे सुंदर दिन समझते हैं. हालांकि इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण लॉक डाउन लागू है और इसी कारण लोग बाहर नहीं निकलेंगे नहीं तो इस दिन गंगा स्नान का काफी महत्व है.और उसके बाद आज के दिन दान-पूण्य का काफी ज्यादा प्रचलन है.आइये जानते हैं चैत्र पूर्णिमा और इस दिन के दान- पूण्य का महत्व..
पौराणिक कथाओं की मान्यताओं के अनुसार चैत्र पूर्णिमा के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने ब्रज नगरी में रास उत्सव रचाया था. इस रास उत्सव को महारास के नाम से जाना जाता है.कहा जाता है कि इस महारास में हजारों गोपियां शामिल होती थीं और उनके साथ भगवान श्रीकृष्ण रातभर नृत्य करते थे. इसी दिन श्रीराम भक्त हनुमान जी का जन्म हुआ था.आज हिन्दू कैलेंडर के अनुसार,चैत पूर्णिमा के साथ ही वैशाख महीना का आगमन हो जाता है . हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार,वैशाख महीना को पुण्य प्राप्ति का माह कहा गया है और चैत पूर्णिमा को इस पुण्य प्राप्ति का दरवाजा माना जाता है
चैत पूर्णिमा के दिन दान का महत्व :
- पुराणों में चैत पूर्णिमा के दिन स्नान-दान का महत्व बताया गया है.
(हालांकि इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण लॉक डाउन लागू है और इसी कारण लोग बाहर नहीं निकलेंगे)
- कहा जाता है कि इस दिन किसी नदी में स्नान करके गरीबों व ब्राह्मणों को दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है.
- इस दिन छाता या पानी का दान करना भी शुभ माना गया है.
- किसी गरीब को चप्पल, जूता या वस्त्र दान करने से भी पुण्य की प्राप्ति होती है.
- गरीबो व ब्राह्मणों के बीच भोजन सामग्री का दान करना भी लाभ देता है.
-हनुमान जी व विष्णु जी की विशेष कृपा इससे बनी रहती है.
चैत पूर्णिमा 2020 की तिथि :
चंद्रमास का वह दिन जिसमें चंद्रमा पूर्ण यानि पूरे आकार में दिखाई देता है वह पूर्णिमा तिथि कहलाता है. यह हिन्दु धर्म के लिए धार्मिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण दिन होता है.चैत्र मास से ही हिंदू वर्ष का प्रथम चंद्र मास शुरु होता है इसलिए चैत्र पूर्णिमा का विशेष महत्व है. इस दिन लोग पूर्णिमा का उपवास रखकर चंद्रमा की पूजा करते है. इस वर्ष 2020 में चैत्र पूर्णिमा का उपवास आज 08 अप्रैल दिन बुधवार को है.
चैत्र पूर्णिमा बुधवार, [ आज ] 8अप्रैल , 2020 को
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ - अप्रैल 07, 2020 को 12:01 PM बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त - अप्रैल 08, 2020 को 08:04 AM बजे
राहुकाल -12:23 PM से 01: 58 PM
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