किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा कि प्रदेश में चना, मसूर, सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीदी प्रारंभ हो गई है। प्रदेश में कुल 848 खरीदी केन्द्रों पर यह खरीदी की जायेगी। प्रथम दिन 55 केन्द्रों पर खरीदी की गई।
श्री पटेल ने कहा कि खरीदी के प्रथम दिन 67 किसानों से 79 मीट्रिक टन चना खरीदा गया। उन्होंने कहा कि हम गेहूँ उपार्जन के समान ही चना, मसूर, सरसों की रिकार्ड तोड़ खरीदी करेंगे। कोविड-19 के बावजूद प्रदेश में भरपूर मात्रा में खाद्यान्न उपलब्ध रहेगा एवं किसान को उसकी उपज का उचित मूल्य समय पर भुगतान किया जायेगा।
सौदा एवं अनुबंध-पत्रकों के माध्यम से खरीदी
प्रदेश में व्यापारियों द्वारा किसानों से सीधे सौदा एवं अनुबंध-पत्रक के माध्यम से चना, मसूर एवं सरसों का क्रय किया गया। भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, रीवा, सागर और उज्जैन संभाग के 257 केन्द्रों पर विक्रय संव्यवहार किया गया।
श्री पटेल ने बताया कि विक्रय केन्द्रों पर 98 मण्डियों में सौदा-पत्रक के माध्यम से विक्रय किया गया। इसमें 1025 सौदा-पत्रक और 1063 अनुबंध-पत्रक के माध्यम से 2088 विक्रय संव्यवहार किये गये। इसमें 4440 टन चने का विक्रय किया गया, जो कुल विक्रय का 62 प्रतिशत था।
सौदा-पत्रक के माध्यम से मसूर की खरीदी
प्रदेश की 68 मण्डियों में मसूर का विक्रय किया गया। इसमें सौदा-पत्रक के माध्यम से 991 एवं अनुबंध-पत्रक के माध्यम से 492 विक्रय संव्यवहार किये गये। इस प्रकार 3395 टन मसूर का विक्रय किया गया, जो कुल विक्रय का 72 प्रतिशत रहा।
सौदा-पत्रक के माध्यम से 30.51 प्रतिशत की गई सरसों की खरीदी
प्रदेश की 69 मण्डियों में सरसों खरीदी के लिये 886 विक्रय संव्यवहार किये गये, जिसमें 368 सौदा-पत्रक एवं 518 अनुबंध-पत्रक के माध्यम से किये गये। इस प्रकार 2091 टन सरसों क्रय की गई, जो कुल क्रय का 50 प्रतिशत रही