एयर इंडिया में अपनी 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए सरकार ने इसके लिए बोली लगाने की अंतिम तारीख बढ़ा दी है. इसे बढ़ाकर 30 अप्रैल 2020 कर दिया गया है------
नई दिल्ली. सरकारी एविएशन कंपनी एयर इंडिया (Air India) में अपनी 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए सरकार ने इसके लिए बोली लगाने की अंतिम तारीख बढ़ा दी है. इसे बढ़ाकर 30 अप्रैल 2020 कर दिया गया है. पहले ये 17 मार्च 2020 थी. आपको बता दें कि सरकार, एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस की अपनी 100 फीसदी हिस्सेदारी
और संयुक्त उपक्रम AISATS की 50 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी और एयरलाइंस का मैनेमेंट कंट्रोल भी खरीदने वाले के हाथ में ही रहेगा. इसके लिए इच्छुक खरीदार अब 30 अप्रैल 2020 तक एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) जमा कर सकते हैं. आपको बता दें कि एयर इंडिया की सहयोगी कंपनी एअर इंडिया एक्सप्रेस है. इसके बेड़े में कुल 146 विमान हैं. साल 1932 में टाटा एयर सर्विसेज के तौर पर एयर इंडिया की शुरुआत हुई थी. 1947 में इसका राष्ट्रीयकरण हो गया था और एक साल बाद इसका नाम बदलकर एयर इंडिया हो गया.
सरकार को अगले वित्त वर्ष की पहली छमाही में विमानन कंपनी एयर इंडिया की बिक्री पूरा हो जाने का अनुमान है.
पिछले हफ्ते सरकार ने बदले इससे जुड़े नियम-
एयर इंडिया को बेचने के लिए सरकार ने एफडीआई नियमों में बदलाव भी किया है. नए नियमों के तहत अब एनआरआई भी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी एयर इंडिया में खरीद सकते हैं. इससे पहले एयर इंडिया में 49 प्रतिशत विदेशी निवेश की अनुमति थी.वहीं अनुसूचित विमान कंपनियों में कुछ शर्तों के साथ 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति है
जानिए कौन खरीदारी की रेस में शामिल-
एयर इंडिया को खरीदने वालों की लिस्ट में कई बड़े नामों के बारें में खबर आ रही है. गौतम अडाणी से लेकर टाटा समूह, हिंदुजा, इंडिगो और न्यूयॉर्क की इंटरप्स जैसे बड़े नाम हैं. हालांकि, अभी तक इन उद्योगपतियों ने कोई भी बयान जारी नहीं किया है.