आज किया गया फीडबेक विश्लेषण
प्राचार्य डॉ. आर. एन. शुक्ल के मार्गदर्शन में शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी के स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ द्वारा 29 फरवरी को आयोजित की गई संसद मंचन में भाग लेने वाले चालीस से अधिक युवाओं ने लिखित फीडबेक में स्वीकार किया कि हमें ऐसा अनुभव मिला जिसे जीवन में हम कभी न भूल पायेंगे। ‘युवा सांसदों’ ने कहा कि लगभग दो सप्ताह के प्रयासों से उन्हें संसदीय प्रक्रिया की बहुत सारी महत्वपूर्ण संवैधानिक बातें ज्ञात हुई हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता बढ़ी। आत्मविश्वास में वृद्धि हुई।
कार्यकर्ता प्रीति गुलवानिया ने बताया कि मंचन में सहभागिता करने वाले विद्यार्थियों के आज फीडबेक लेकर उनका विश्लेषण किया गया। पक्ष-विपक्ष के इन ‘युवा सांसदों’ तथा मंत्रिमंडल के सदस्यों और नेता प्रतिपक्ष के रूप में विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल, नगरपालिका परिषद अध्यक्ष श्री लक्ष्मण चौहान, जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामेश्वर कोठे, न्यायाधीश श्री हेमंत जोशी, प्राचार्य डॉ. आर. एन. शुक्ल जैसे दिग्गजों के सामने किया, जिससे उनके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई।
किसने क्या कहा
मानव संसाधन मंत्री बनी रवीना मालवीया ने कहा बहुत अच्छा लगा। ऐसे आयोजन प्रतिवर्ष होने चाहिए। लोकसभाध्यक्ष बनी विधी लोनारे ने कहा कि मुझे बहुत सीखने को मिला। खासकर मेरा उच्चारण दोष दूर हुआ। प्रधानमंत्री बने राहुल भंडोले ने कहा कि विपक्ष हर प्रश्न का उत्तर मुझसे चाह रहा था। मुझे प्रधानमंत्री की तरह बिहेव करना था। बॉडी लेंगुएज एवं संवादों में तालमेल बनाकर मैंने ऐसा किया। जम्मू काश्मीर से सांसद बने सुनिल धनगर ने कहा कि मैंने निर्भया के कातिलों को शीघ्र फांसी देने का मामला उठाया तो सभी ने मेरा समर्थन किया। नेता प्रतिपक्ष बने राहुल मालवीया ने कहा कि मेरे संवाद बहुत अच्छे थे। मैंने बहुत अभ्यास किया। खरगोन-बड़वानी सांसद बने आवेश खान ने कहा कि मुझे सांसद महोदय की उपस्थिति में यह भूमिका निभानी थी। मेरे लिये चुनौती का काम था। मगर मुझे मंचन के बाद सांसद महोदय से प्रशंसा मिली। इसी तरह गृहमंत्री बने जितेंद्र चौहान, रेल मंत्री बने सूरज सुल्या, विदेश मंत्री बनी वर्षा मालवीया, विधि मंत्री बनी चेतना पंचोले, पर्यटन मंत्री बनी दीक्षा चौहान, और पक्ष-विपक्ष के सांसद बने कोमल सोनगड़े, नंदिनी मालवीया, अंकित काग, प्रीतम राठौड़, दीपनिशा मुजाल्दा, राजेश जादव, कुलदीप चौहान, महासचिव राहुल वर्मा, सचिव सतीष गोले सहित सभी ने इसे अपने जीवन का यादगार अनुभव बताया।
ज्ञात हो कि इस मंचन के लिये स्क्रिप्ट का लेखन और सेट निर्माण प्रीति गुलवानिया और किरण वर्मा ने किया। मेकअप ज्योति जोशी उपाध्याय ने किया। निर्देशन आयोजन प्रभारी डॉ. मधुसूदन चौबे, जयप्रकाश सोलंकी ने किया। विशेष सहयोग दीपक अग्रवाल ने किया। डॉ. चौबे ने बताया कि यह आयोजन पंडित कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ भोपाल के सौजन्य से किया गया था, जिसका उद्देश्य युवाओं को संसदीय प्रक्रिया की जानकारी देकर उनमें नेतृत्व क्षमता का विकास करना था।