17 मार्च तक विभिन्न ग्रामों में आयोजित होंगे शिविर
उप संचालक पशुपालन डॉ. ओपी त्रिपाठी ने बताया कि जिले के सभी 6 विकासखण्डों से चयनित 30 ग्रामों में जहाँ पर पशु चिकित्सा संस्था नहीं है, जिला पशु कल्याण समिति के माध्यम से पशु उपचार एवं बॉझपन निवारण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर 06 मार्च से प्रारंभ होंगे तथा 17 मार्च तक जारी रहेंगे।
उपसंचालक चिकित्सा सेवाएं ने बताया कि विकासखण्ड देवास के ग्राम कैलोद में 6 मार्च, बांगरदा में 9 मार्च, टिगरीया गोगा में 13 मार्च, मेंढकीधाकड़ में 15 मार्च तथा बरखेड़ाकायम में 17 मार्च को प्रातः 9 बजे से प्रारम्भ होगा।
विकासखण्ड बागली के ग्राम चतरपुरा में 6 मार्च, मगरादेह में 9 मार्च, नानुखेड़ा में 13 मार्च, पिलावली में 15 मार्च तथा गुराड़ियाकलां में 17 मार्च को प्रातः 9 बजे से प्रारम्भ होगा। विकासखण्ड कन्नौद के ग्राम रतवाय में 6 मार्च, सलामतपुरा में 9 मार्च, पलासी में 13 मार्च, थुरिया में 15 मार्च तथा भंडारया में 17 मार्च को प्रातः 9 बजे से प्रारम्भ होगा। उन्होंने बताया कि विकासखण्ड खातेगांव के ग्राम रीछी में 6 मार्च, गनोरा में 9 मार्च, गुजरगाँव में 13 मार्च, मुरझाल में 15 मार्च तथा जुनापानी में 17 मार्च को प्रातः 9 बजे से प्रारम्भ होगा।
उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं ने बताया कि विकासखण्ड टोंकखुर्द के ग्राम गोरवा में 6 मार्च, रालामंडल में 9 मार्च, हरनावदा में 13 मार्च, पोलाय में 15 मार्च तथा जीवाजीगढ़ में 17 मार्च को प्रातः 9 बजे से प्रारम्भ होगा। विकासखण्ड सोनकच्छ के ग्राम कुलाला 6 मार्च, छायनमैना में 9 मार्च, घिचलाय में 13 मार्च, डकाच्या में 15 मार्च तथा गड़खजुरिया में 17 मार्च को प्रातः 9 बजे से प्रारम्भ होगा।
शिविर में वरिष्ठ पशु चिकित्सक एवं सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी उपस्थित रहकर पशु का उपचार, बॉझपन निवारण, टीकाकरण, बधियाकरण गर्भ परीक्षण एवं कृत्रिम गर्भाधान, कार्य संपादित करेंगे। समस्त पशुपालक बंधुओं से अनुरोध है कि अधिक से अधिक संख्या में अपने पशुओं के साथ शिविर स्थल पर उपस्थित रहकर शिविर का लाभ उतावें।