किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री सचिन यादव ने आज कृषि उपज मंडी बड़नगर में 'जय किसान फसल ऋण माफी योजना' के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रम में बड़नगर के 5 हजार 122 किसानों के 35 करोड़ तीन लाख रुपये के ऋण माफी प्रमाण-पत्र वितरित किये। उन्होंने कृषि उपज मंडी में एक करोड़ 13 लाख 79 हजार की लागत के निर्माण-कार्य का लोकार्पण किया तथा छह करोड़ की लागत से बनाये जाने वाले रोड निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया। इस अवसर पर उन्होंने हितग्राहियों को ट्रेक्टर, हार्वेस्टर, कृषि यंत्र प्रदान किये। उन्होंने खरसोदकला मंडी में निर्मित 24 दुकानों, बड़नगर के विश्राम गृह, ई-कक्ष का भी लोकार्पण किया। साथ ही 'नया सबेरा योजना' के अन्तर्गत छह हितग्राहियों को दो-दो लाख रुपये की राशि वितरित की।
उपस्थित किसानों को सम्बोधित करते हुए मंत्री श्री यादव ने कहा कि सरकार 365 दिनों में 365 वचनों को पूरा किया, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण वचन किसानों की ऋण माफी का था, जो आज पूरा हो रहा है। कृषि मंत्री ने कहा कि शासन का प्रयास है कि किसानों की कृषि लागत का मूल्य कम किया जाये और उन्हें उनकी उपज का उचित दाम मिले। किसानों के 10 हॉर्सपावर तक के बिजली के बिल आधे किये गये हैं। कृषि यंत्रों पर 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है। कृषि मंडियों में फसल लाने वाले किसानों की फसल का दो लाख रुपये तक का भुगतान नगद किया जा रहा है।
श्री यादव ने बताया कि प्रदेश में प्रथम चरण में एक हजार गौ-शालाओं का निर्माण किया गया है। द्वितीय चरण में तीन हजार गौशाला का निर्माण कार्य किया जायेगा। उन्होंने कृषकों से अपील की कि वे जैवकि खेती की ओर लौटें। उन्होंने कृषि अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि वे किसानों के बीच जाकर गौ-आधारित खेती के फायदे बतायें। उन्होंने बताया कि शासन एक महत्वपूर्ण योजना पर कार्य कर रहा है। इस योजना के तहत जो किसान मंडी में मनचाहे दाम में फसल नहीं बेच पाते हैं, उनकी फसल को मंडी से 15 किलो मीटर दूर स्थित वेयर हाऊस या गोदाम में रखा जायेगा। गोदाम एवं वेयर हाऊस का किराया सरकार देगी तथा यदि किसान को राशि की आवश्यकता है तो वह गोदाम में रखी अपनी उपज के मान से 70 प्रतिशत राशि ऋण के रूप में ले सकेगा।
इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री करण कुमारिया तथा जिला सहकारी बैंक के प्रशासक श्री अजीत सिंह भी उपस्थित थे।