Type Here to Get Search Results !

कोविड-19 संक्रमण नियंत्रण के लिये ग्राम तथा वार्ड स्तर तक होगी निगरानी

जाँच, निगरानी और जागरूकता के लिये हर जिले में तीन टीमें गठित होगी


प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के नियंत्रण के लिये जिला-स्तर पर तीन प्रकार की टीमें गठित करने के निर्देश जारी किये गये हैं। इन टीमों को वार्ड एवं ग्राम-स्तर पर निगरानी रखने और संदिग्ध व्यक्तियों की जाँच, कांटेक्ट ट्रेसिंग तथा जागरूकता का दायित्व सौंपा गया है। संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएँ द्वारा जारी आदेश के अनुसार पहली टीम संदिग्ध व्यक्तियों के सैम्पल कलेक्शन और कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिये, दूसरी टीम मेडिकल जाँच तथा स्क्रीनिंग तथा तीसरी टीम समुदाय स्तर पर जागरूकता तथा निगरानी के लिये गठित की गई है।


सैम्पल कलेक्शन और कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिये जिला-स्तर पर एक रैपिड रिस्पांस टीम तथा जिले में आवश्यकता अनुसार एक से अधिक सब रैपिड रिस्पांस टीम गठित की जायेंगी। जिला सर्विलेंस अधिकारी के नेतृत्व में गठित टीम संदिग्ध व्यक्ति के सैम्पल कलेक्शन, उपचार और आगामी कार्यवाही की जानकारी कंट्रोल रूम को देने के लिये उत्तरदायी होगी।


मेडिकल जाँच और स्क्रीनिंग के लिये मोबाइल मेडिकल यूनिट और सर्विलेंस मोबाइल यूनिट रहेगी। होम क्वारेंटाइन में रखे व्यक्तियों का घर जाकर फॉलोअप और दवा सुविधा उपलब्ध कराना इस टीम का दायित्व होगा। कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के नेतृत्व में गठित यह टीमें सर्दी-खाँसी, जुकाम-बुखार के लक्षण वाले व्यक्तियों का परीक्षण करेंगी। व्यक्तियों से हुए सम्पर्क की जानकारी लेंगी।


वार्ड और ग्राम स्तर पर जागरूकता तथा निगरानी के लिये सर्विलेंस टीमें गठित की गई हैं। नगरीय निकाय के अमले, शिक्षक, एएनएम, आशा तथा आँगनवाड़ी कार्यकर्ता से मिलकर बनी यह टीम, बाहर से आये व्यक्तियों, कोरोना संभावित लोगों पर नजर रखेगी। इस स्तर पर एडमिनिस्ट्रेटिव मोबाइल यूनिट, समुदाय द्वारा लॉकडाउन और चिन्हित व्यक्तियों द्वारा कंटेनमेंट प्लान का पालन सुनिश्चित करायेगी।


Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.