ग्राम पंचायत जेबरा के ग्रामीणों को अब खुले आसमान के नीचे पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार नहीं करना पड़ता है। बल्कि अंतिम संस्कार के लिये गांव में ही शासन के सहयोग से शांतिधाम का निर्माण किया गया है।
ग्वालियर जिले की जनपद पंचायत घाटीगांव (बरई) की ग्राम पंचायत जेबरा में अंतिम संस्कार हेतु शांतिधाम नहीं था। जिसके कारण गांव में मृत्यु होने पर पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार ग्रामीणों को खुले में करना पड़ता था। वर्षा ऋतु के दौरान अंतिम संस्कार करने में ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। गाँव में शासन की मदद से ग्राम पंचायत ने 4 लाख 83 हजार की लागत के शांतिधाम का निर्माण किया। इस शांतिधाम में अंतिम संस्कार हेतु जहां पक्का चबूतरा बनाया गया है वहीं चबूतरे के चारों ओर सीसी की गई है। चबूतरे के पास अंतिम संस्कार में उपयोग में होने वाले कंडे एवं लकड़ी रखने की भी व्यवस्था की गई है। इस शांतिधाम की नियमित साफ-सफाई हेतु एक चौकीदार की भी व्यवस्था की गई है। शांतिधाम में आवारा जानवर प्रवेश न करें, इसके लिये बाउण्ड्रीवॉल भी बनाई गई है। शांतिधाम का पहुँचमार्ग भी बनाया गया है। जिससे शव यात्रा को पहुँचने में परेशानी न हो।
गांव के श्री अर्जुन पुत्र हरपाल बघेल ने बताया कि पिछले माह उनके बड़े भाई श्री रामचरण बघेल की मृत्यु हो गई थी। इस शांतिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। जबकि इससे पहले गाँव में खुले में अंतिम संस्कार करना पड़ता था।