कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश की राजधानी दिल्ली में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. इसके कारण सैकड़ों की संख्या में लोग दिल्ली-नोएडा बार्डर पर फंस गए हैं.
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. इसके कारण सैकड़ों की संख्या में लोग दिल्ली-नोएडा बार्डर (Delhi-Noida Border) पर फंस गए हैं. साथ ही दोनों शहरों में लॉकडाउन की वजह से दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है. नोएडा दिल्ली दोनों लॉकडाउन है. दोनों तरफ की पुलिस ने बैरिकेड्स लगाए हैं. बॉर्डर पर मौजूद SP सिटी नोएडा रणविजय सिंह ने बताया कि सिर्फ ज़रूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को ही नोएडा में एंट्री दी जा रही है. बाकी लोगों को वापस कर दिया जा रहा है.
बॉर्डर पर ऐसे लोग भी फंसे हैं, जो अपने घरों को जा रहे हैं लेकिन जरूरी सेवाओं की श्रेणी में ना आने की वजह से उन्हें एंट्री नहीं मिल रही है. कई लोग नोएडा में रहते हैं लेकिन उन्हें नहीं जाने दिया जा रहा है. एक युवक ने बताया कि वह डेयरी के काम से जुड़ा है. सुबह-सुबह पिता को दिल्ली छोड़ने आया था. अब वापस नोएडा नहीं जाने दे रहे हैं.
लॉकडाउन पहली बार हुआ है, लोग पहली बार देख रहे हैं: डीसीपी
दिल्ली पुलिस के डीसीपी संजय भाटिया ने बताया कि, देखिए लॉकडाउन पहली बार हुआ है. लोग पहली बार देख रहे हैं. एक जगह 5 लोगों से ज्यादा खड़े नहीं हो सकते. धारा 144 लागू है. अगर कोई इसको वायलेट करेगा तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि एक जरूरी निर्देश है कि कोरोना वायरस के मरीज को डॉक्टरों की सलाह माननी पड़ेगी. एक्सपर्ट जो बोलेंगे, उसका पालन करना होगा. लोग अपनी जरूरत का सामान लेने के लिए घर से निकल सकेंगे, लेकिन भीड़ नहीं लगाएंगे. दूध, ड्रग, ग्रोसरी स्टोर, राशन की दुकानें और केमिस्ट शॉप खुली रहेंगी.
दिल्ली नोएडा बॉर्डर को पूरी तरह बंद कर दिया गया है. केवल जरूरी सामान वाली गाड़ियां- दवा, दूध, ब्रेड, डॉक्टर और पेशेंट की गाड़ी, कागज देखकर जाने दे रहे हैं, लेकिन बड़ी समस्या तमाशबीन लोग हैं, जो बड़ी संख्या में सड़क का नज़ारा लेने के लिए खड़े हैं. यह मामला वसुंधरा एंक्लेव का है
डीटीसी बस 25 फीसदी चल रही है लेकिन इमरजेंसी सर्विस के लोगो के लिए. सरकारी काम या कोई दूध का काम करता है इमरजेंसी काम वो जाएंगे. लोगो को वैसे घर पर ही रहना चाहिए जिससे हम क्रोनो वायरस को ब्रेक डाउन कर सके. बॉर्डर इलाके सील है. इसका ये मतलब नही की कोई आ जा सकता नही. अपना कार्ड दिखाए इमरजेंसी सर्विस के बारे में बताए और आ जा सकता है. लेकिन जरूरी काम के लिए हो.