कोरोना वायरस से बचाव को लेकर बिहार में सबसे पहले गया के एएनएमसीएच में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया था और यहां फरवरी माह से ही कोरोना के संदिग्धों का आना शुरू हो गया था.
गया. बिहार के गया में कोरोना (Corona) के संदिग्धों की संख्या लगातार बढ़ रही है. शहर के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज (ANMCH) के आइसोलेशन वार्ड (Isolation Ward) में कोरोना वायरस के कुल 6 संदिग्ध मरीजों को भर्ती कराया गया है जबकि एक दिन पहले भी 5 मरीजों को भर्ती कराया गया था. जिन 6 संदिग्धों को भर्ती कराया गया है उनमें से दो मरीज थाईलैंड (Thailand) से गया एयरपोर्ट लौटे थे जहां स्क्रीनिंग के दौरान कोरोना के संदिग्ध मरीज के रूप में उनको चिन्हित किया गया और वहां से सीधे एएनएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया.
थाइलैंड से गया लौटे थे दो मरीज
इन दोनों संदिग्ध मरीजों का सैंपल जांच के लिए पटना के आरएमआरआई भेज दिया गया है. दोनों संदिग्ध मरीज बृजमान यादव और प्रेमशंकर यूपी के रहने वाले हैं जो थाइलैंड से गया एयरपोर्ट लौटे थे. इसके साथ ही चार अन्य संदिग्ध मरीज को भी आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है इनमें शहर के मगध कॉलोनी के रहने वाले चौधरी रमन हैं जो हाल ही में जम्मू से लौटे हैं. उनके साथ ही अलीपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले बिट्टू कुमार इमामगंज थाना क्षेत्र के अलख पासवान और टिकारी थाना क्षेत्र के धनंजय प्रसाद को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है.
जांच के लिए भेजे गए सैंपल
इन चारों का भी सैंपल जांच के लिए पटना के आरएमआरआई भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. जांच रिपोर्ट आने तक स्वास्थ्य विभाग के एडवाइजरी के अनुसार इनकी देखरेख और चिकित्सीय इलाज दिया जा रहा है. गौरतलब है कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर बिहार में सबसे पहले गया के एएनएमसीएच में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया था और यहां फरवरी माह से ही कोरोना के संदिग्धों का आना शुरू हो गया था. अभी तक यहां के आइसोलेशन वार्ड में कई विदेशी समेत कुल 22 संदिग्ध मरीज भर्ती हुए हैं और इनमें से 11 की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है जिसके बाद इन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
गया-बोधगया में विशेष चौकसी
अभी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में 11 मरीज भर्ती हैं. ये सभी मरीज कल और आज भर्ती हुए हैं. इन सभी की जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है. अंतर्राष्ट्रीय स्थल होने की वजह से गया-बोधगया में कोरोना को लेकर जिला प्रशासन और सरकार विशेष सतर्क है. यहां गया एयरपोर्ट के साथ ही महाबोधि मंदिर एवं कई अन्य जगह स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है ताकि किसी भी संदिग्ध को चिन्हित किया जा सके. इसके साथ ही जिले के जेपीएन, प्रभावती, संक्रामक, सभी पीएचसी एवं अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सकों को भी अलर्ट किया गया है.
इन अस्पतालों में सर्दी, खांसी या बुखार जैसी शिकायत लेकर आने वाले मरीज को प्राथमिक उपचार के बाद कोरोना का संदेह होने पर उसे एएनएमसीएच भेजा जा रहा है. संतोष की बात है कि अभी तक एक भी संदिग्ध मरीज की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है.