Type Here to Get Search Results !

2 हजार लोगों को लेकर महाराष्ट्र से दानापुर पहुंची स्पेशल ट्रेन, सभी की हो रही जांच

दानापुर पहुंचे यात्रियों की स्क्रीनिंग करने के बाद जहां संदिग्धों को जांच के लिए रोके जाने की व्यवस्था है वहीं जो यात्री जांच के दौरान संदिग्ध नहीं पाए जाएंगे उन को रेलवे हाई स्कूल से सीधे उनके घर भेज दिया जाएगा.


पटना. कोरोना वायरस (Corona Virus) के कहर के मद्देनजर महाराष्ट्र के चार शहरों में लॉक डाउन (Lock Down) की घोषणा होने के बाद वहां रहने वाले प्रवासी बिहारियों को लेकर एक स्पेशल ट्रेन रविवार की सुबह बिहार के दानापुर स्टेशन पहुंची. दानापुर स्टेशन (Danapur Railway Station) पहुंची 01101 पुणे स्पेशल ट्रेन में लगभग 2000 यात्री सवार थे. इस ट्रेन के दानापुर पहुंचते ही स्टेशन पर पहले से तैनात रेलवे, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस कर्मचारियों की मदद से सभी यात्रियों को जांच के लिए रेलवे हाई स्कूल ले जाया गया है.


 स्कूल में की गई है स्क्रीनिंग की व्यवस्था


स्कूल में सभी यात्रियों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद है जो एक-एक कर सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग कर रही है. स्क्रीनिंग करने के बाद जहां संदिग्धों को जांच के लिए रोके जाने की व्यवस्था है वही जो यात्री जांच के दौरान संदिग्ध नहीं पाए जाएंगे उन को रेलवे हाई स्कूल से घर भेज दिया जाएगा. ट्रेन के आने से कई घंटे पहले से ही दानापुर स्टेशन पर रेलवे के कई वरीय अधिकारी समेत स्थानीय जिला प्रशासन के लोग भी मौजूद थे. इससे पहले ट्रेन के बिहार बॉर्डर से क्रॉस करते ही बक्सर स्टेशन पर भी सघन जांच की गई.


बक्सर में भी की गई जांच


बक्सर में भी स्टेशन पर उतरने वाले यात्रियों की जांच के लिए वहां रेलवे स्थानीय जिला प्रशासन के अलावा स्वास्थ्य महकमे की टीम उपलब्ध थी. ट्रेन से उतरने वाले सभी यात्रियों को पहले कतारबद्ध किया गया उसके बाद एक-एक कर उनकी जांच की गई. जांच के बाद ही सभी यात्रियों को उनके गंतव्य के लिए छोड़ा गया. मालूम हो कि रविवार और सोमवार को मिलाकर महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों से 5000 लोगों के बिहार आने की उम्मीद है.


दो दिन में आएंगे पांच हजार लोग


इसके लिए महाराष्ट्र से रेलवे द्वारा चार स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की गई है. महाराष्ट्र से बिहार लौट कर आने वाले लोगों को लेकर यहां रहने वाले निवासियों के मन में शंका है क्योंकि लोगों का यह मानना है कि अगर यह बीमारी सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में शैली है तो वहां से घर वापसी करने से ज्यादा बेहतर महाराष्ट्र में काम कर रहे बिहारियों का वही रुक ना होता.


Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.