नर्मदा गौ-कुंभ: राज्य सरकार के प्रयासों को विशिष्ट संतों की मिल रही सराहना, संतों ने कहा, सरकार का ये प्रयास पूरे देश के लिये अनुकरणीय
संतजनों को सरकार का साथ मिला और नर्मदा गौ-कुंभ की परिकल्पना को हम सब एक साथ साकार होते हुये देख रहे हैं। आयोजन समिति के संयोजक स्वामी नरसिंहदास महाराज ने कहा कि सरकार ने जिस सहयोगतात्म ढंग से कुंभ को संवारा है, वो निश्चय ही अन्य प्रदेशों के लिये अनुकरणीय है। ये बात आज नर्मदा गौ-कुंभ के मंच से बार-बार दोहरायी गयी। मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं वित्त मंत्री तरुण भनोत की विशिष्ट संतों ने दिल खोलकर तारीफ की। संतों ने कहा कि सरकार के प्रतिनिधि विभागों के अथक परिश्रम का फल है कि यहां एक ही आयोजन में श्रद्धालु सरकारी योजनाओं से मिलने वाले लाभों का जान रहे हैं तो वहीं संतों की वाणी से अपने जीवन को भी धन्य-धन्य कर रहे हैं। वहीं, नर्मदा गौ-कुंभ के मुख्य यजमान गौरव भनोत को उनकी निष्ठा और परिश्रम के लिये संतों ने आशीष दिया।
मां नर्मदा के उद्गम स्थल से लेकर उनके अंतिम पड़ाव तक की प्रवाह यात्रा को भटौली के विसर्जन कुंड के सामने एक प्रदर्शनी के रूप में बेहद खूबसूरती से प्रस्तुत किया गया है। नर्मदा गौ-कुंभ के पांचवें दिन आज युवाओं ने इस प्रदर्शनी को खूब सराहा। कॉलेज और स्कूलों के छात्रों ने कहा कि उन्हें मां नर्मदा के बारे में इतनी विस्तारपूर्वक जानकारी नहीं थी,लेकिन इस प्रदर्शनी ने उन्हें कई नये तथ्यों से परिचित कराया है। प्रदर्शनी प्रभारी शैलजा सुल्लेरे ने बताया कि रात के वक्त ये प्रदर्शनी अत्यंत मनमोहक होती है। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी में स्कूल, कॉलेज एवं स्वतंत्र चित्रकारों के लिये चित्रकला का आयोजन किया गया था,जिन्हें निकट भविष्य में नगद राशि से पुरस्कृत किया जायेगा। आदिकाल से प्रवाहित इस अनूठी नदी की प्रवाह कथा को कुंभ में आने वाले लोग बहुत कौतुहल के साथ देख रहे हैं। प्रदर्शनी स्थल पर प्रतियोगिता में आये चित्रों को भी प्रस्तुत किया गया है।
नर्मदा गौ-कुंभ के मद्देनजर आयुर्वेद कॉलेज में अस्थायी अस्पताल भी स्थापित किया गया है। जहां जिला अस्पताल के चिकित्सकों की टीमें 24 घंटे मौजूद रहती हैं। अस्पताल में तैनात डॉ.केके वर्मा ने बताया कि कुंभ के पहले दिन से ही अस्पताल लोगों को चिकित्सा सुविधा प्रदान कर रहा है। अनुमान है कि रोजाना 50 से 100 मरीज आ रहे हैं। डॉ.वर्मा के अनुसार, कई मरीज ऐसे भी आये, जिन्हें गंभीरतम रोग हैं, उन्हें प्रदेश सरकार की नि:शुल्क चिकित्सा योजनाओं की संपूर्ण जानकारी दी गयीं, ताकि वे निरोग हो सकें।
जिला प्रशासन, नगर निगम प्रशासन एवं स्मार्ट सिटी द्वारा तैयार किया गया मेला लोगों के लिये आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। सुबह से देर रात तक यहां चहल-पहल बनी रहती है। मेले में बड़े-बड़े झूले लगाये गये हैं साथ ही आम जरूरतों और खाद्य सामग्री के स्टॉल भी लगे हुये हैं।
कुंभ में सरकार द्वारा की गयीं व्यवस्थाओं में किसी तरह का वर्गीकरण नहीं किया गया है। कुंभ में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिये एक से इंतजाम किये गये हैं। बात चाहे नि:शुल्क भोजशाला की हो या मुफ्त परिवहन की, सभी को आमजनों की खूब सराहना मिल रही है। गौरतलब है कि कुंभ में दो भोजशालायें बनाई गयीं हैं। जिनमें सुबह के नाश्ते के साथ दोपहर और रात्रि भोजन की व्यवस्था का सभी जन लाभ उठा रहे हैं। एक अन्य भोजशाला भी है, जिसमें साधु-संतों के लिये भोजन की व्यवस्था की गयी है। वहीं कुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये 6 अस्थायी थाने बनाये गये हैं। जहां लोग अपनी छोटी से छोटी परेशानी के लिये सहयोग मांग सकते हैं। 24 घंटे पुलिस सहायता प्राप्त हो रही है। पार्किंग के लिये 15 स्थान चिन्हित किये गये हैं,जिनकी जिम्मेदारी दो सौ यातायात पुलिस कर्मी के कंधों पर होगी। पेयजल की आपूर्ति के लिये 5 हजार लीटर क्षमता वाली 28 टंकियां रखी गयी हैं। प्रसाधनों का इंतजाम आधुनिक तरीके से हुआ है। जिनमें स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा गया है। कुंभ क्षेत्र में बैठने के लिये कुर्सियों का इंतजाम भी किया गया है। 24 घंटे 100 कैमरे कुंभ क्षेत्र पर नजर रखेंगे। इन सभी कैमरों के लिये दो कंट्रोल रूम स्थापित किये गये हैं। रेत नाके से भटौली तक सीसीटीवी लगाये गये हैं।