चिहिंत ब्लैक स्पाट पर सुरक्षात्मक उपाय अपनाने के निर्देश, सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित
सड़क दुर्घटनाओं के कारण प्रति वर्ष सैकड़ों लोगों की जान चली जाती है। इस वर्ष यह लक्ष्य निर्धारित करना है कि पिछले वर्ष की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी हो----- इसके लिए ऐसे स्थानों को चिन्हित करें जहां दुर्घटनाएं अधिक होती हैं और ऐसे स्थानों पर सुरक्षात्मक उपाय अपनाएं। अभी ऐसे बीस ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं जहां दुर्घटनाएं अधिक होती हैं उन पर साइनबोर्ड लगाएं और अन्य सुरक्षात्मक मेजर लागू करें। अभियान चलाकर लोगों को हेलमेट लगाने के लिए प्रेरित करें। साथ ही सख्ती से भी पालन सुनिश्चित कराएं। यह निर्देश शिवपुरी गुना सांसद श्री के.पी.यादव ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में दिए हैं। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी ब्लैक स्पॉट पर संकेतक लगाएं। बैठक में सांसद श्री के.पी.यादव ने कहा कि बायपास पर निर्माण होने के कारण शहर से होकर हेवी ट्रेफिक गुजरेगा ऐसी स्थिति में ट्रैफिक जाम की स्थिति भी निर्मित होगी इसलिए बेहतर प्लानिंग करें जहां भी रोड चैड़ीकरण का काम किया जा रहा है उसकी क्वालिटी पर विशेष ध्यान दें ताकि भारी वाहन निकलने से रोड क्षतिग्रस्त ना हो। यह भी कहा की ठेले वालों को शिफ्ट करने के लिए जगह चिन्हित करें। शहर को व्यवस्थित करने और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ट्रैफिक व्यवस्था को भी बेहतर करना होगा। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी पुलिस अधीक्षक श्री राजेश सिंह चंदेल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एच.पी.वर्मा, अपर कलेक्टर श्री आर.एस.बालोदिया, एसडीएम, एसडीओपी, जिला परिवहन अधिकारी श्रीमती मधु सिंह, यातायात प्रभारी एवं बस संचालक यूनियन के अध्यक्ष उपस्थित थे। सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में एजेंडा के अनुसार अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की गई। बैठक में सांसद श्री के पी यादव ने कहा कि निर्माण कार्य या सीवर लाइन आदि के लिए सड़क खुदाई की जाती है तो उसे संबंधित विभाग द्वारा समय पर मरम्मत कराई जाए। जहां कहीं भी बिजली के खंभे यातायात में बाधक बन रहे हैं उन्हें शिफ्ट करने के निर्देश दिए। स्कूली बसों में नियमों का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी न केवल उनके अभिभावकों की है, बल्कि बच्चों को स्कूल तक ले जाने वाले स्कूली वाहनों एवं आटो रिक्शा की भी है। स्कूली वाहनों में क्षमता से अधिक बच्चें न बैठाये जाए। सभी वाहन संचालक इसका ध्यान रखें। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन किया जाए। स्पीड गवर्नर, सीसीटीव्ही कैमरा आदि लगवाए। नियमानुसार करें बसों का संचालन बैठक में जिला परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए कि वाहनों की जांच की जाए। जिले में संचालित बसों की फिटनेस और परमिट चैक किए जाए। परिवहन विभाग द्वारा बिना नियमों के संचालित वाहनों पर कार्यवाही होना चाहिए। उन्होंने वाहन संचालकों को भी निर्देश दिए है कि नियमानुसार वाहनों का संचालन करें। शहर में बड़ी संख्या में ऑटो चल रहे हैं उनमें कई बरसों पुराने ऑटो की जांच करने के निर्देश भी दिए हैं। |