खंडवा कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने स्वसहायता समूहों की महिलाओं को दिया मार्गदर्शन
कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित कार्यशाला में जिले के विभिन्न स्वसहायता समूहों को संबोधित किया और कहा कि स्वसहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव मदद व आवश्यक प्रशिक्षण दिलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार सामग्री की गुणवत्ता बेहतर होगी तो बाजार में सामग्री हाथो हाथ बिकेगी। उन्होंने उपस्थित महिलाओं को समझाइष दी कि वे जो भी सामग्री तैयार करे उसकी गुणवत्ता से बिल्कुल समझौता न करें। उन्होंने कहा कि सामग्री में कुछ नयापन होना आवश्यक है। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोशन कुमार सिंह, एसडीएम पुनासा डॉ. ममता खेड़े व राष्ट्रीय जीवन आजीविका मिशन की जिला प्रबंधक सुश्री नीलिमा सिंह सहित विभिन्न अधिकारी भी मौजूद थे। कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने इस अवसर पर लेपटॉप के माध्यम से उपस्थित महिलाओं को यूट्यूब, इंस्टाग्राम व पिन इंस्ट्रेट पर अकाउंट बनाने के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने स्वसहायता समूह द्वारा तैयार सामग्री में गुणवत्ता सुधार तथा सामग्री विक्रय के लिए बाजार की तलाष के लिए इंटरनेट की मदद जरूर लेना चाहिए। उन्होंने समझाइष दी कि महिलाओं को इस कार्य में यूट्यूब , गूगल, इंस्टाग्राम, पिन इंस्ट्रेट जैसे प्लेटफार्म की मदद लेनी चाहिए। उन्होंने इस दौरान ग्रामीण आजीविका मिशन अधिकारियों से कहा कि वे आज ही समूह की महिलाओं को मोबाइल पर इंटरनेट संचालन का प्रशिक्षण दें, ताकि महिलाएं अपने स्वसहायता समूहों के उत्पादकों का प्रचार प्रसार और बिक्री इंटरनेट के माध्यम से भी कर सके। इस दौरान बताया गया कि जिले की स्वसहायता समूह की महिलाएं शीघ्र ही कलेक्ट्रेट में पेटिंग संचालन प्रारंभ करेंगी। जिले में कुछ स्वसहायता समूह वॉशिंग पाउण्डर उत्पादन, हर्बल साबून तैयार करने, कड़कनाथ पालन, आटे के दीपक तैयार करने शासकीय कार्यालयों में प्रदाय करने के लिए बस्ते तैयार करने का कार्य भी महिला स्वसहायता समूह कर रहे है। कुछ महिला स्वसहायता समूह कपड़े के थैले व बच्चों के रेडिमेड कपड़े भी तैयार कर रहे है। कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने रेडिमेड वस्त्रों की डिजाइन के लिए भी इंटरनेट व गूगल की मदद लेने की सलाह उपस्थित महिलाओं को दी। इस दौरान महिला स्वसहायता समूहों के प्रतिनिधियों ने अपने अपने अनुभव शेयर किए। |