"जय किसान फसल ऋण माँफी" बनी भागीरथ के जीवन का सहारा
मध्यप्रदेश शासन की "जय किसान ऋण माँफी योजना के सहारे अब किसान श्री भागीरथ पिता श्री गेंदा निवासी-बर्रईगुजर ग्राम तहसील बैरसिया को बैंक से लिये गये कर्ज को चुकाने की चिंता नहीं रही। प्रदेश सरकार की "जय किसान फसल ऋण माँफी" योजना के अंतर्गत द्वितीय चरण में उसका 98 हजार 824 रूपये का ऋण माफ हो गया।
प्रदेश सरकार की " जय किसान फसल ऋण माँफी" योजना तब श्री भागीरथ के लिये वरदान साबित हुई जब वह कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था और बैंक का कर्ज चुकाने सहित परिवार चलाने में भी असमर्थ था। परिवार की जिम्मेदारी और आजीविका का एक मात्र सहारा "कृषि" उसकी दैनिक जीवन की परेशानियों को दूर करने में समर्थ नहीं थीं। ऐसे में प्रदेश की कमलनाथ सरकार की महत्वकांक्षी योजना ने उसे जीने का सहारा दिया और बैंक के कर्ज चुकाने की चिंता से मुक्त किया।
श्री भागीरथ बताते है कि खेती-किसानी में ऋण की जरूरत हमेशा ही रहती है और हमेशा फसल अच्छी हो, यह जरूरी नहीं। फसल खराब होने पर आर्थिक परेशानियों से किसानों को जूझना पड़ता है। ऐसे में ऋण की अदायगी मुश्किल होती है। मध्यप्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ द्वारा किसानों के हित में ऋण माँफी का जो निर्णय लिया गया है, उसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है।
सरकार की इस योजना से किसानों को चिंता मुक्त होकर अपनी खेतीबाड़ी के माध्यम से उन्नति करने का एक नया अवसर प्राप्त हुआ। वह प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी को धन्यवाद देते है।