भारत सरकार की "बेटी बचाओ-बेटी पढाओ" योजनांतर्गत बालिकाओं की शिक्षा तथा लिंगानुपात को बढाने हेतु विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है। इसी क्रम में शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नसरूल्लागंज में शाला प्रबंधन समितियों के उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
"बेटी बचाओ-बेटी पढाओ" एक सरकारी सामाजिक योजना है। इसके द्वारा लडकियों के महत्व के बारे में लोगो को जागरूक करना है। साथ ही योजना का उद्देश्य लड़की के लिए कल्याण सेवा की दक्षता में सुधार करना, कन्या भ्रूण हत्या को समाप्त करना, लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना ओर उनको अच्छी शिक्षा के साथ साथ विद्यालय में अनुकुल वातावरण प्रदान करना है।
सीहोर कलेक्टर अजय गुप्ता के निर्देशानुसार एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती रचना बुधोलिया के मागदर्शन में जिले के समस्त विद्यालयों को बालिका हितेषी बनाने के उद्देश्य से विकासखण्ड स्तर पर शाला प्रबंधन समितियों का प्रषिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में बीआरसी श्री रामगोपाल धावरे, बीएसी संतोष धनवारे, संतोष धुर्वे, बाल संरक्षण अधिकारी अमित दुबे परामर्शदाता सुरेश पांचाल, अमृत सिंह परोलिया सहायक ग्रेड-3 आदि के साथ पर्यवेक्षक एवं नसरूल्लागंज विकासखण्ड के समस्त विद्यालयों की शाला प्रबंधन समितियों के अध्यक्ष एवं सचिव सम्मिलित हुये।
शासकीय कन्या शाला के वरिष्ठ शिक्षक विपिन जैन द्वारा बालिका लिंगानुपात बढाने, बालिकाओं की शिक्षा बढाने तथा शाला त्याग की पृवृत्ति को समाप्त करने व लिंग भेदता के प्रति जागरूक करने संबंधी जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में प्राथमिक माध्यमिक एवं हाईस्कूल की प्रवेषित बालिकाओं के आगामी कक्षा में शत प्रतिशत प्रवेश लेने पर शाला प्रबंधन समितियों को पुरस्कृत करने की जानकारी भी दी गई।
बीआरसी श्री रामगोपाल धावरे ने बालिका शिक्षा को बढावा देने संबंधी जानकारी प्रदान की साथ ही बताया कि शिक्षा विभाग के समन्वय से समस्त विद्यालयों में बेटी की पेटी लगाई जा रही है। जिसमें बालिकाऐं अपनी किसी भी समस्या की शिकायम कर सकती है। कार्यक्रम में दिनेश नागरे, राजकुमारी मीणा मो.शफीक खां ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में प्रतिभागियों द्वारा कई प्रश्न किये गये जिनका वक्ताओं द्वारा उत्तर दिया गया। संचालन परामर्शदाता सुरेश पांचाल द्वारा किया गया।