अंतिम संस्कारपुणे. दिग्गज अभिनेता डॉ श्रीराम लागू (Sriram Lagoo) का शुक्रवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ वैकुण्ठ शवदाहगृह में किया गया. फिल्म, राजनीति और रंगमंच समेत विभिन्न क्षेत्रों के कई विशिष्ट लोगों समेत हजारों लोग पार्थिव शरीर को आखिरी नमन करने शवदाहगृह पहुंचे.
लागू के बेटे आनंद ने अंतिम संस्कार की रीतियां पूरी की. दिग्गज थिएटर अभिनेता 92 वर्षीय लागू का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से पुणे स्थित अपने आवास पर निधन हो गया था. अन्त्येष्टि से पहले उनके पार्थिव शरीर को बालगंधर्व सभागार में रखा गया था जहां बड़ी संख्या में लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे.
अभिनेता नाना पाटेकर, मनसे प्रमुख राज ठाकरे, पुणे के सांसद गिरीश बापट, राज्यमंत्री सुभाष देसाई भी लागू के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे. डॉ लागू 1927 में सतारा में पैदा हुए थे और पेशे से वह कान, नाक और गला (ईएनटी)शल्यचिकित्सक थे. लागू ने महाराष्ट्र में रंगमंच के उत्थान में बड़ी भूमिका निभाई थी. वह अपने प्रगतिशील और तर्कवादी विचारों के लिए जाने जाते थे.
चिकित्सीय पेशा छोड़ने के बाद उन्होंने वी शांताराम की फिल्म “पिंजरा”(1972)से अभिनय की दुनिया में सफलता मिली. एक अभिनेता के रूप में मराठी नाटक “नटसम्राट” और “हिमालयाची साओली” और फिल्म “पिंजरा” में उनके किरदारों ने उन्हें
उन्होंने “एक दिन अचानक”, “घरौंदा”, “मुकद्दर का सिकंदर” और “लावारिस” जैसी बालीवुड फिल्मों में यादगार किरदार निभाए. उन्होंने रिचर्ड एटनबर्ग की फिल्म “गांधी” में गोपाल कृष्ण गोखले का किरदार निभाया था.