संस्था के लिखे गए पत्र में दोषियों से मिलने की बात भी कही गई है. हालांकि किसी से भी मिलने और न मिलने का फैसला खुद उन चारों दोषियों पर ही निर्भर करता है. जानकारी के अनुसार निर्भया गैंगरेप के दोषियों पवन, मुकेश, अक्षय और विनय से मिलने के लिए चार लोगों ने लेटर लिखा है. दोषियों से मिलने की गुहार लगाने वालों में डॉक्टर, धर्म गुरु, मनोचिकित्सक और एक अधिवक्ता हैं.
ये उनके पास आखिरी मौका
संस्था की ओर से कहा गया है कि हम दोषियों से मिलकर उन्हें बताना चाहते हैं कि ये उनके पास कुछ अच्छा करने का अंतिम मौका है और ऐसे में वे फांसी के तख्त पर चढ़ने से पहले गुप्त तौर पर अंग दान कर कई जरूरतमंदों की मदद कर सकते हैं.
राष्ट्रपति के पास लंबित है एक दोषी की दया याचिकाबता दें कि मामले में एक दोषी विनय शर्मा की तरफ से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास दाखिल की गई दया याचिका को गृह मंत्रालय ने नामंजूर करने की सिफारिश की है. उम्मीद की जा रही है कि गृह मंत्रालय की सिफारिश के बाद राष्ट्रपति जल्द ही दया याचिका पर फैसला लेंगे. हैदराबाद की डॉक्टर दिशा (बदला हुआ नाम) के साथ गैंगरेप और हत्या के बाद शव को जलाने का मामला सामने आने के बाद निर्भया के दोषियों को फांसी देने की मांग ने जोर पकड़ लिया है.
अंगदान पर ये बोला जेल प्रशसन इस पत्र पर तिहाड़ जेल के प्रवक्ता राजकुमार का कहना है की जो भी पत्र हमे मिलते हैं उन्हें स्टडी किया जाता है. रही बात इस मसले की तो अभी पत्र मिला है, पर उसका अध्ययन हमने नही किया है. तिहाड़ मौत की सजा पाए बंदी से किसी भी संस्था को ऐसे नही मिलवा सकते हैं, उसके लिए कोर्ट की इजाजत जरूरी होती है.
एनजीओ की ओर से लिखा गया पत्र.
वहीं संस्था के प्रमुख राहुल शर्मा के मुताबिक हमने पत्र तिहाड़ को दिया है। अभी तिहाड़ की तरफ़ से कोई जवाब नही आया है. अगर हमे मिलने की अनुमति नही मिली तो हम दिल्ली हाईकोर्ट से गुहार लगाएंगे.